________________ उत्तरज्झयणसुत्तं अ. 14 1103 // 6 / / असासयं दट्ट इमं विहारं, बहुअंतरायं ण य दीहमाउं / तम्हा गिहंसि ण रई लभामो, आमंतयामो चरिस्सामु मोणं // 7 // अह तायगो तत्थ मुणीण तेसिं, तवस्त वाघायकरं वयासी / इमं वयं वेयविओ वयंति, जहा ण होई असुयाण लोगो // 8 // अहिज वेए परिविस्स विप्पे, पुत्ते परिठ्ठप्प गिहंसि जाया ! / भोच्चाण भोए सह इत्थियाहिं, आरण्णगा होह मुणी पसत्था // 9 // सोयग्गिणा आयगुणिंधणेणं, मोहाणिला पजलणाहिएणं / संतत्तभावं परितप्पमाणं, लालप्पमाणं बहुहा बहुं च // 10 // पुरोहियं तं कमसोऽणुणतं, णिमंतयंतं च सुए धणेणं / जहक्कम कामगुणेहिं चेव, कुमारगा ते पसमिक्ख वक्कं // 11 // वेया अहीया ण भवंति ताणं, भुत्ता दिया गिति तमं तमेणं / जाया य पुत्ता ण हवंति ताणं, कोणाम ते अणुमण्णेज एयं // 12 // खणमित्तसुक्खा बहुकालदुक्खा, पगामदुक्खा अणिगामसुवखा। संसारमोक्खस्स विपक्खभूया, खाणी अणत्थाण उ कामभोगा // 13 // परिव्वयंते अणियत्तकामे, अहो य राओ परितप्पमाणे / अण्णप्पमत्ते धणमेसमाणे, पप्पोति मच्चु पुरिसे जरं च // 14 // इमं च मे अस्थि इमं च णत्थि, इमं च मे किच्च इमं अकिच्चं / तं एवमेवं लालप्पमाणं, हरा हरंति त्ति कहं पमाओ ? // 15 // धणं पभूयं सह इत्थियाहिं, सयणा तहा कामगुणा पगामा / तवं कए तप्पइ जस्स लोगो, तं सव्वसाहीणमिहेव तुब्भं // 16 // धणेण किं धम्मधुराहिगारे, सयणेण वा कामगुणेहिं चेव / समणा भविस्सामु गुणोहधारी, बहिविहारा अभिगम्म भिक्खं // 17 // जहा य अग्गी अरणी असंतो, खीरे घयं तेल्लमहातिलेसु / एमेव जाया सरीरंसि सत्ता, संमुच्छई णासइ णावचिट्टे // 18 // णो इंदियग्गेज्झ अमुत्तभावा, अमुत्तभावा वि य होइ णिच्चो। अज्झत्थहेउं णिययस्स बंधो, संसारहेउं च वयंति बंधं // 19 // जहा वयं धम्ममनाणमाणा, पावं पुरा कम्ममकासि मोहा / ओरुब्भमाणा. परिरक्खयंता, तं व भुज्जो वि समायरामो // 20 // अब्भाहयम्मि लोगम्मि, सव्वओ परिवारिए। अमोहाहिं पतीहि, गिहंसि ण रई लभे // 21 // केण अब्भाहओ लोगो 1. केण वा परिवारिओ ? / का वा अमोहा वुत्ता ?, जाया चिंतावरो हुमे // 22 // मच्चुणाऽब्भाहओ लोगो, जराए परिवारिओ / अमोहा रयणी वुत्ता, एवं ताय ! वियाणह // 23 // जा जा वच्चइ रयणी, ण सा पडिणि. यत्तई / अहम्म कुणमाणस्स, अफला अंति राइओ // 24 // जा जा वच्चइ रयणी, ण सा पडिणियत्तई / धम्मं च कुणमाणस्स, सफला जंति राइओ // 25 // एगओ