________________ उत्तरज्झयणसुत्तं अ. 2 1083 // 44 // णच्चा णमइ मेहावी, लोए कित्ती से जायए / हवई किच्चाणं सरणं, भूयाणं जगई जहा // 45 // पुजा जस्स पसीयंति, संबुद्धा पुध्वसंथुया। पसण्णा लाभइस्संति, विउलं अट्ठियं सुयं // 46 // स पुजसत्थे सुविणीयसंसए, मणोरई चिट्ठइ कम्मसंपया / तवोसमायारिसमाहिसंधुडे, महज्जुई पंच वयाइं पालिया // 47 // स देवगंधव्वमणुस्सपूइए, चइत्तु देहं मलकपुव्वयं / सिद्धे वा हवइ सासए, देवे वा अप्परए महिड्डिए // 48 // त्ति बेमि // इति विणयसुयं णामं पढममज्झयणं समत्तं // 1 // अह परिसहणामं दुइयमज्झयणं - सुयं मे आउस ! तेणं भगवया एवमक्खायं; इह खलु बावीसं परीसहा समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया जे भिक्खू सोच्चा णच्चा जिच्चा अभिभृय भिक्खायरियाए परिव्ययंतो पुट्ठो णो विणिहण्णेजा, कयरे खलु ते बावीसं परीसहा समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया जे भिक्खू सोच्चा णच्चा जिच्चा अभिभूय भिक्खायरियाए परिव्वयंतो पुट्ठो णो विणिहण्णेजा ! इमे खलु ते बावीसं परीसहा समणेणं भगवया महावीरेणं कासवेणं पवेइया जे भिक्खू सोच्चा णच्चा जिच्चा अभिभूय भिक्खायरियाए परिव्ययंतो पुट्ठो णो विणिहण्णेजा, तंजहा-दिगिंगापरीसहे 1, पिवासापरीसहे 2, सीयपरीसहे 3, उसिणपरीसहे 4, दंसमसयपरीसहे 5, अचेलपरीसहे 6, अरइपरीसहे 7, इत्थीपरीसहे 8, चरियापरीसहे 9, णिसीहियापरीसहे 10, सेजापरीसहे 11, अक्कोसपरीसहे 12, पहपरीसहे 13, जायणापरीसहे 14, अलाभपरीसहे 15, रोगपरीसहे 16, तणफासपरीसहे 17, जलपरीसहे 18, सक्कारपुरकारपरीसहे 19, पण्णापरीसहे 20, अण्णाणपरी सहे 21, दसणपरीसहे 22 / परोसहाणं पविभत्ती, कासवेणं पवेइया / तं मे उदाहरिस्सामि, आणुपुत्विं सुणेह मे // 1 // (1) दिगिंछापरिगए देहे, तवस्सी भिक्खू थामवं / ण छिंदे ण छिंदावए, ण पए ण पयावए // 2 // कालीपव्वंगसंकासे, किसे धमणिसंतए / मायण्णे असणपाणस्स, अदीणमणसो चरे // 3 // (2) तओ पुट्ठो पिवासाए, दोगुंछी लजसंजए / सीओदगं ण सेविजा, वियडस्सेसणं चरे // 4 // छिण्णापाएसु पंथेसु, आउरे सुपिवासिए / परिसुक्कमुहाऽदीणे, तं तितिक्खे परीसहं // 5 // (3) चरंतं विरयं लूहं, सीयं फुसइ एगया / णाइवेलं मुणी गच्छे, सोचाणं जिण