________________ . दसवेयालियसुत्तं अ. 5 उ. 2 1061 // 6 // तहेवुच्चावया पाणा, भत्तट्ठाए समागया / तं उज्जुयं ण गच्छिजा, जयमेव परक्कमे // 7 // गोयरग्गपविट्ठो य, ण णिसाइज कत्थइ / कहं च ण पबंधिजा, चिट्ठित्ताण व संजए // 8 // अग्गलं फलिहं दारं, कवाडं वावि संजए / अवलंबिया ण चिट्ठिजा, गोयरग्गगओ मुणी // 9 // समणं माहणं वावि, किविणं वा वणीमगं / उवसंकमंतं भत्तट्ठा, पाणट्ठाए व संजए // 10 // तं अइक्कमित्तु ण पविसे, ण चिट्ठे चक्खुगोयरे / एगंतमवक्कमित्ता, तत्थ चिट्ठिज संजए // 11 // वणीमगस्स वा तस्स, दायगस्सुभयस्स वा / अप्पत्तिय सिया हुजा, लहुत्तं पश्यणस्स वा // 12 // पडिसेहिए व दिण्णे वा, तओ तम्मि णियत्तिए / उबसंकमिज भत्तट्ठा, पाणट्ठाए व संजए // 13 / / उप्पलं पउमं वावि, कुमुयं वा मगदंतियं / अण्णं वा पुप्फसच्चित्तं, तं च संलुंचिया दए // 14 // तं भवे भत्तपाणं तु, संजयाण अकप्पियं / दितियं पडियाइक्खे, “ण मे कप्पह तारिसं" // 15 // उप्पलं पउमं बावि, कुमुयं वा मगदंतियं / अण्णं वा पुप्फसच्चित्तं, तं च संमद्दिया दए // 16 // तं भवे भत्तपाणं तु, संजयाण अकप्पियं / दितियं पडियाइक्खे, "ण मे कप्पइ तारिसं" // 17 // सालुयं वा विरालियं, कुमुयं उप्पलणालियं / मुणालियं सासवणालियं, उच्खुखंडं अणिबुडं // 18 // तरुणगं वा पवालं, रुक्खस्स तणगस्स वा / अण्णस्स वावि हरियस्स, आमगं परिवजए // 19 // तरुणियं वा छिवाडि, आमियं भज्जियं सई दितियं पडियाइक्खे, "ण मे कप्पह तारिसं" // 20 // तहा कोलमणुस्सिण्णं, वेलुयं कासवणालियं / तिलपप्पडगं णीमं, आमगं परिवजए // 21 // तहेव चारलं पिटुं, वियडं वा तत्तणिबुडं / तिलपिट्टपूइपिण्णागं, आमगं परिवजए // 22 // कविटुं माउलिंगं च, मूलगं मूलगत्तियं / आमं असत्थपरिणयं, मणसा वि ण पत्थए // 23 // तहेव फलमंथूणि, बीयमंथूणि नाणिया। बिहेलगं पियालं च, आमगं परिवजए // 24 // समुयाणं चरे मिक्खू, कुलं उच्चावयं सया। णीयं कुलमइ. कम्म, ऊसदं णाभिधारए / // 25 // अदीणो वित्तिमेसिजा, ण विसीएज पंडिए। अमुच्छिओ भोयणम्मि, मायण्णे एसणारए // 26 / / बहुं परघरे अस्थि, विविहं खाइमसाइमं / ण तत्थ पंडिओ कुप्पे, इच्छा दिज परो ण वा // 27 // सयणा'संणवत्थं वा, भत्तं पाणं च संजए / अदितस्स ण कुप्विजा, पच्चक्खे वि य दीसओ // 28 // इस्यिय पुरिसं वावि, डहरं वा महल्लगं / वंदमाणं ण जाइजा, णो य गं फरसं वए // 29 // जे ण वंदे ण से कुप्पे, वंदिओ ण समुक्कसे। एवमण्णेसमाणस्स,