________________ 1056 अनंगपविट्ठसुत्ताणि जया कम्मं खवित्ताणं, सिद्धिं गच्छह णीरओ / तया लोगमत्थयत्थो, सिद्धो हवइ सासओ // 25 // सुहसायगस्स समणस्स, सायाउलगस्स णिगामसाइस्स / उच्छोलणापहोयस्स, दुल्लहा सुगइ तारिसगस्स // 26 // तवोगुणपहाणस्स, उज्जुमइ-खंतिसंजमरयस्स / परिसहे जिणंतस्स, सुलहा सुगइ तारिसंगस्स / / 27 / / पच्छा वि ते पयाया, खिप्पं गच्छंति अमरभवणाई / जेसि पिओ तवो संजमो य, खती य बंभचेरं च // 28 // इच्चेयं छज्जीवणियं, सम्मद्दिट्ठी. गया जए। दुल्लहं लहित्तु सामण्णं, कम्मुणा ण विराहिजासि // 29 // त्ति-बेमि // इति छज्जोवणिया णामं चउत्थमज्झयणं समत्तं // 4 // __ अह पिंडेसणा णामं पंचममज्झयणं-पढमो उद्देसो संपत्ते मिक्खकालम्मि, असंभंतो अमुच्छिओ। इमेण कमजोगेण, भत्तपाणं गवे. सए // 1 // से गामे वा णगरे वा, गोयरग्गगओ मुणी / चरे मंदमणुविगो, अवक्खित्तेण चेयसा // 2 // पुरओ जुगमायाए, पेहमाणो महिं चरे। वज्जतो बीयहरियाई, पाणे य दगमट्टियं // 3 // ओवायं विसमं खाणु, विजलं परिवजए / संकमेण ण गच्छिजा, विजमाणे परक्कमे // 4 // पवडते व से तत्थ, पक्खलंते व संजए / हिंसेज पाणभूयाई, तसे अदुव थावरे // 5 // तम्हा तेण ण गच्छिज्जा, संजए सुसमाहिए / सइ अण्णेण मग्गेण, जयमेव परक्कमे // 6 // इंगालं छारियं रासिं, तुसरासिं च गोमयं / ससरक्खेहिं पाएहिं, संजओ तं णइक्कमे ॥७॥ण चरेज वासे वासंते, महियाए व पडंतिए / महावाए वा वायंते, तिरिच्छसंपाइमेसु वा ॥८॥ण चरेज वेससामंते, बंभचेरवसाणुए / बंभयारिस्स दंतस्स, होजा तत्थ विसोत्तिया // 9 // अणायणे चरंतस्स, संसग्गीए अभिक्खणं / होज वयाणं पीला, सामण्णम्मि य संसओ // 10 // तम्हा एयं वियाणित्ता, दोसं दुग्गइवट्टणं / वजए वेससामंतं मुणी एगंतमस्सिए // 11 // साणं सूइयं गाविं, दित्तं गोणं हयं गयं / संडिन्मं कलहं जुद्धं, दूरओ परिवजए // 12 // अणुण्णए णावणए, अप्पहिढे अणाउले / इंदियाइं नहाभागं, दमइत्ता मुणी चरे // 13 // दवदवस्स ण गच्छेजा, भासमाणो य गोयरे / हसंतो णाभिगच्छेजा, कुलं उच्चावयं सया // 14 // आलोयं थिग्गलं दारं, संधि दगभवणाणि य / चरंतो ण विणिज्झाए, संकट्ठाणं विवजए॥१५॥ रण्णो गिहवईणं . च, रहस्सारक्खियाणि य / संकिलेसकरं ठाणं, दूरओ परिवजए // 16 // पडिकुट्टकुलं ण पविसे, मामगं परिवजए / अचियत्तकुलं ण पविसे, चियत्तं पविसे कुलं