________________ दसासुयक्खंधो द. 7 1031 अणुण्णवेत्तए, त०-अहे आरामगिहं, अहे वियडगिहं, अहे रुक्खमूलगिहं / मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स० कप्पइ तओ उवस्सया उवाइणावित्तए, तं चेव // 8 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स० कप्पइ तओ संथारगा पडिले हित्तए, तंजहा-पुढवीसिलं वा, कट्ठसिलं वा, अहासंथडमेव वा / मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स०कप्पइ तओ संथारगा अणुण्णवेत्तए,सेसं तं चेव / मासियं णं भिवखुपडिम पडिवण्णस्स० कप्पड तओ संथारगा उवाइणावित्तए, सेसं तं चेव // 9 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स० इत्थी वा पुरिसे वा उवस्सयं हव्वं उवागच्छेजा, से इत्थी वा पुरिसे वा णो से कप्पइ तं पडुच्च णिक्खमित्तए वा पविसित्तए बा // 10 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स० केइ उवस्मयं अगणिकाएणं झामेजा णो से कप्पइ तं पडुच्च णिक्खमित्तए वा पविसित्तए वा, तत्थ णं केइ बाहाए गहाय आगसेजा णो से कप्पइ तं अवलंबित्तए वा पलंबित्तए वा, कप्पई से अहारियं रीइत्तए // 11 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स० पायंसि खाणू वा कंटए वा हीरए वा सक्करए वा अणुपर्विसेजा णो से कप्पइ णीहरित्तए वा विसोहित्तए वा, कप्पइ से अहारियं री इत्तए // 12 // मासियं णं भिक्खुपडिम पडिवण्णस्स जाव आञ्छिसि पाणाणि वा बीयाणि वा रए वा परियावज्जेजा, णो से कप्पइ णीहरित्तए वा विसोहिवा, कप्पइ से अहांरियं रीइत्तए // 13 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवप्णरस० जत्थेव सूरिए अत्थमेजा तत्थ एव जलंसि वा थलंसि वा दुग्गंसि वा णिणंसि वा पव्वयंसि वा विसमंसि वा गड्डाए वा दरीए वा कप्पइ से तं रयणिं तत्थेव उवाइणावित्तए णो से कप्पइ पयमवि गर्मित्तए, कप्पइ से कल्लं पाउप्पभायाए रयणीए जाव जलंते पाईणाभिमुहस्स वा दाहिणाभिमुहस्स वा पडीणाभिमुहरस वा उत्तराभिमुहस्स वा अहारियं रीइत्तए // 14 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स णो से कप्पइ अणंतरहियाए पुढवीए णिद्दाइत्तए वा पयलाइत्तए वा, केवली बूया आयाणमेयं, से तत्थ णिद्दायमाणे वा पयलायमाणे वा हत्थेहिं भूमि परामुसेजा, अहाविहिमेव ठाणं ठाइत्तए वा णिक्खमित्तए वा, उच्चारपासवणेणं उगहिजा णो से कप्पइ उगिण्हित्तए [वा], कप्पइ से पुव्वपडिलेहिए थंडिले उच्चारपासवणं परिदृवित्तए, तमेव उवस्सयं आगम्म अहावि हि ठाणं टाइत्तए // 15 // मासियं णं भिक्खुपडिमं पडिवण्णस्स० णो कप्पइ ससरक्खेणं काएणं गाहावइवुलं भत्ताए या पाणाए बा णिक्खमित्तए वा पविसित्तए वा, अह पुण एवं जाणेजा ससखखे से