________________ दसासुयक्खंधो द. 4 1021 धारणामइसंपया / से किं तं उग्गहमइसंपया ? उग्गहमइसंपया छविहा पण्णत्ता / तंजहा-खि उगिण्हेइ, बहु उगिण्हेइ, बहुविहं उगिण्हेइ, धुवं उगिण्हेइ, अणिस्सिय उगिण्हेइ, असंदिद्धं उगिण्हेइ / से तं उग्गहमइसंपया। एवं ईहामइवि। एवं अवायमइवि / से किं तं धारणामइसंपया ? धारणामइसंपया छविहा पण्णत्ता / तंजहाबहु धरेइ, बहुविहं धरेइ, पोराणं धरेइ, दुद्धरं धरेइ, अणिस्सियं धरेइ, असंदिद्धं धरेह / से तं धारणामइसंपया // 6 // से किं तं पओगमइसंपया ? पओगमइसंपया चउव्विहा पण्णत्ता / तंजहा-आयं विदाय वायं पउंजित्ता भवइ, परिसं विदाय वायं पउंजित्ता भवइ, खेत्तं विदाय वायं पउंजित्ता भवइ, वत्थु विदाय वायं पउँजित्ता भवइ / से तं पओगमइसंपया // 7 // से किं तं संगहपरिण्णा णामं संपया ? संगहपरिण्णा गाम संपया चउविहा पण्णत्ता / तंजहा-बहुजणपाउग्गयाए वासावासेसु खेत्तं परिलेहित्ता भवइ, बहुजणपाउग्गयाए पाडिहारियपीढपलगसेजासंथारयं उगिहित्ता भवइ, कालेणं कालं समाणइत्ता भवइ, अहागुरु संपूएत्ता भवइ / से तं संगहपरिण्णा णाम संपया // 8 // आयरिओ अंतेवासी इमाए चउव्विहाए विणयपडिवत्तीए विणइत्ता भवइ णिरणत्तं गच्छह / तंजहा-आयारविणएणं, सुयविणएणं, विक्खेवणाविणएणं, दोसणिग्घायणविणएणं // 9 // से किं तं आयारविणए ! भायारविणए चउविहे पण्णत्ते / तनहा-संजमसा (स)मायारी यावि भवइ, तवसामायारी यावि * भवइ, गणसामायारी यावि भवइ, एगल्लविहारसामायारी यावि भवइ / से तं आयारविणए // 10 // से किं तं सुयविणए ? सुयविणए चउविहे पण्णत्ते / तनहा-सुत्तं वाएइ, अत्थं वाएइ, हियं वाएइ, णिस्सेसं वाएइ / से तं सुयविणए // 11 // से किं तं विक्खेवणाविणए ? विखेबणाविणए चउविहे पण्णत्ते / तंजहा-अदिट्टधम्मं दिट्टपुत्वगत्ताए विणएइत्ता भवइ, दिट्ठपुबगं साहम्मियत्ताए विणएइत्ता भवइ, चुय-धम्माओ धम्मे ठावइत्ता भवइ, तस्सेव धम्मस्स हियाए सुहाए खमाए णिस्सेसाए अणुगामियत्ताए अब्भुटेत्ता भवइ / से तं विक्खेवणाविणए // 12 // से किं तं दोसणिग्घायणाविणए ! दोमणिग्घायणाविणए चउविहे पण्णत्ते / तंजहा–कुद्धस्स कोहविणएत्ता भवाइ, दुट्ठस्स दोसं णिगिण्हित्ता भवइ, कंखियस्स कंखं छिंदित्ता भवइ, आयासुप्पणि हिए यावि भवद / से तं दोसणिग्घायणाविणए // 13 // तस्सेवं गुणजाइयस्स अंतेबासिस्स इमा चउव्विहा विणयपडिवत्ती भवइ / तंजहा-उवगरणउप्पायणया,