________________ 856 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सद्धिं संपलग्गा यावि होत्था / तए णं ते दोण्हवि रायाणं अणीया णियगसामीसासणाणुरत्ता महया जणक्खयं जणवहं जणप्पमई जणसंवट्टकप्पं णच्चंतकबंध. वारभीमं रुहिरकद्दमं करेमाणा अण्णमण्णेणं सद्धिं जुझंति // 70 // तएं णं से काले कुमार तिहिं दंतिसहस्सेहिं जाव मणूसकोडीहिं गरुलवूहेणं एक्कारसमेणं खंघेणं कृणिएणं रण्णा सद्धिं रहमुसलं संगाम संगामेमाणे हयमहिय० जहा भगवया कालीए देवीए परिकहियं जाव बालियानो ववरोविए // 71 // तं एवं खल गोयमा ! काले कुमारे एरिसएहिं आरम्भैहि जाव एरिसएणं असुभकडकम्मपन्भारेणं कालमासे कालं किच्चा चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवीए हेमामे णरए णेरइयत्ताए उघवण्णे // 72 // काले णं भंते ! कुमारे चउरथीए पुढवीए'"अणंतरं उवट्टित्ता कहिं गच्छिहिइ कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! महाविदेहे वासे जाइं कुलाई भवंति अड्डाई जहा दढपइण्णो जाव सिज्झिहिइ बुझिहिइ जाव अंतं काहिह // 73 // तं एवं खलु जम्बू ! समणेणं भगवया जाव संपत्तेणं गिरयावलियाणं पढमस्स अज्झयणस्स अयम? पण्णत्ते-त्तिबेमि // 74 // पढम अज्झयणं समत्तं // 1 / 1 // बीयं अज्झयणं, जह णं भंते ! समणेणं जाव संपत्तेणं णिरयावलियाणं पढमस्स अज्झयणस्स अयमढे पण्णत्ते, दोच्चस्स णं भंते ! अज्झयणस्स णिरयावलियाणं समणेणं भगवया जाव संपत्तेणं के अढे पण्णत्ते ? एवं खलु जम्बू ! तेणं कालेणं तेणे समएणं चम्पा णामं णयरी होत्था / पुण्णभद्दे चेहए / कूणिए राया / पउमावई देवी / तत्थ णं चम्पाए णयरीए सेणियस्स रण्णो भजा कूणियस्स रण्णो चुल्लमाउया सुकाली णामं देवी होत्था, सुकुमाल० / तीसे णं सुकालीए देवीए पुत्ते मुकाले णामं कुमारे होत्था, सुकुमाल०। तए णं से सुकाले कुमारे अण्णया कयाइ तिहिं दंतिसहस्सेहि जहा कालो कुमारो णिरवसेसं तं चेव भाणियव्वं जाव महाविदेहे वासे'"अंतं काहिह / णिक्खेवो / 75 // बीयं अज्मयणं समत्तं // 1 / 2 / / एवं सेसावि अट्ट अज्झयणा णेयब्वा पढमसरिसा,णवरं मायाओ सरिसमामाओ! णिक्खेवो सन्वेसिं भाणियव्यो तहा // 76 // 1 // 10 // णिरयावलियाओ समताओ" धो गरे सरो॥१॥