________________ 844 अनंगपविट्ठसुत्ताणि सएहि समारम्भेहिं केरिसएहिं आरम्भसमारम्भेहिं केरिसएहिं भोगेहिं केरिसए हिं संभोगेहिं केरिसएहिं भोगसंभोगेहिं केरिसेण वा असुभकडकम्मपन्भारेणं. कालमासे कालं किच्चा चउत्थीए पंकप्पभाए पुढवीए जाव णेरइयत्ताए उववण्णे ? एवं खलु / गोयमा ! तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णामं णयरे होत्था,रिद्धस्थिमि यसमिद्धे / तत्थ णं रायगिहे णयरे सेणिए णामं राया होत्था, महया० / तस्स णं सेणियस्स रण्णो णंदा णामं देवी होत्था, सोमालजाव विहरइ / तस्स णं सेणियस्स रण्णो पुत्ते णंदाए देवीए अत्तए अभए णामं कुमारे होत्था,सोमाल० जाव सुरूवे,सामदाणभेयदण्डकुसले जहा चित्तो जाव रजधुराए चिंतए यावि होत्था / तस्स णं सेणियस्स रण्णो चेल्लणा णामं देवी होत्था, सोमाल० जाव विहरइ // 14 // तए णं सा चेलणा देवी अण्णया कयाइ तंसि तारिसयंसि पासघरंसि जाव सीहं सुमिणे पासित्ताणं पडिबुद्धा, जहा पभावई जाव सुमिणपाढगा पडिविसज्जिया जाव चेलणा से वयणं पडिच्छित्ता जेणेव सए भवणे ते गेव अणुपविट्ठा // 15 // तए णं. तीसे चेलणाए देवीए अण्णया कयाई तिण्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं अयमेयारूवे दोहले पाउब्भूएधण्णाओणं ताओ अम्मयाओ जाव जम्म वियफले जाओ णं सेणियस्स रण्णो उयरवलीमंसेहिं सोल्लेहि य तलिएहि य भज्जिएहि य सुरं च जाव पसण्णं च आसाएमाणीओ जाव परिभाएमाणीओ दोहलं पविणेति / तए णं सा चेलणा देवी तंसि दोहलंसि अविणिजमाणं सि सुक्का भुक्खा णिम्मंसा ओलुग्गा ओलुग्गसरीरा णित्तेया दीणविमणवयणा पण्डुइयमुही ओमंथियणयणवयणकमला जहोचियं पुष्पवत्थगंधमल्लालंकारं अपरि जमाणी करयलमलियव्व कमलमाला ओहयमणसंकप्पा जाव झियाइ // 16 // तए णं तीसे चेल्लणाए देवीए अंगपडियारियाओ चेलणं देविं सुक्कं भुक्खं जाव झियायमाणिं पासंति 2 त्ता जेणेव सेणिए राया तेणेव उवागच्छंति 2 त्ता करयलपरिग्गहियं दसणहं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्ट सेणियं रायं एवं वयासीएवं खलु सामी ! चेल्लणा देवी ण याणामो केणइ कारणेणं सुक्का भुक्खा जाव झियाइ // 17 // तए णं से सेणिए राया तासिं अंगपडियारियाणं अंतिए एयमद्रं सोच्चा णिसम्म तहेव संभंते समाणे जेणेव चेल्लणा देवी तेणेव उवागच्छइ २त्ता चेल्लाणं देविं सुक्कं भुक्खं जाव झियायमाणिं पासइ पासित्ता एवं वयासी-किं णं तुमं देवाणुप्पिए! सुक्का भुक्खा जाव झियासि ? // 18 // तए णं सा चेल्लणा देवी सेणियम्स रण्णो एयमढें णो आढाइ णो परिजाणाइ, तुसिणीया संचिट्ठइ / तए णं से रेणिए राया