________________ श्रीपिण्डनियुक्ति [49 राहमाणो उ वारेइ // 111 // अत्तीकरेइ कम्म पडिसेवाईहिं तं पुण इमेहिं / तत्थ गुरू पाइपयं लहु लहु लहुगा कमेणियरे // 112 // पडिसेवणमाईणं दाराणऽणुमोयणा-वसाणाणं। जहसंभवं सरूवं सोदाहरणं पवक्खामि // 113 // यन्नेणाहाकम्मं उवणीयं असइ चोइयो भणइ / परहत्थेणंगारे कडं तो जह न डज्मइ हु // 114 // एवं खु ग्रहं सुद्धो दोसो देतस्स कूडउवमाए। समयत्थमजाणतो मूढो पडिसेवणं कुणइ // 115 // उवयोगमि य लाभ कम्मग्गाहिस्स चित्तरक्खट्टा / पालोइए सुलद्धं भणइ भणंतस्स पडिसुणणा // 116 // संघासो उ पसिद्धो अणुमोयण कम्मभोयग-पसंसा / एएसिमुदाहरणा एए उ कमेण नायव्वा // 117 // पडिसेवणाएँ तेणा पडिसुणणाए उ रायपुत्तो उ / संवासंमि य पल्ली अणुमोयण रायदुट्ठो य // 118 // गोणीहरण सभूमी नेऊणं गोणियो पहे भरखे / निधिसया परिवेसण ठियावि ते कूविया पत्थे // 11 // जेऽविय परिवेसंती, भायणाणि धरति य / तेऽवि बझति तिव्वेण, कम्मुणा किमु भोइणो ? // 120 // सामत्थण रायसुए पिइवहण सहाय तह य तुरिहका / तिरिहंपि हु पडिसुणणा रराणा सिट्ठमि सा नन्थि // 121 // भुज न भुजे भुजसु तइयो तुसिणीए भुजए पढमो। तिराहंपि हु पडिसुशणा पडिसेहंतस्स मा नत्थि // 122 // श्राणतुभुजगा कम्मुणा उ बीयस्स वाइयो दोसो / तइयस्स य माणसियो तीहिं विसुद्धो चउत्थो उ // 123 // पडिसेवण पडिसुणणा संवासऽणुमोयणा उ चउरोवि / पियमारगरायसुए विभासियब्वा जइजणेऽवि // 124 // पल्लीवहमि नट्ठा चोरा वणिया वयं न चोरत्ति / न पलया पावकरत्ति काउं रन्ना उवालद्धा // 125 / / श्राहाकडभोईहिं सहवासो तह य तविवज्जपि / दंसणगंधपरिकहा भाविति सुलूहवित्तिपि // 126 // रायारोहवराहे विभूसियो घाइयो नयरमज्झे / धनाधनत्ति कहा वहावहो कप्पडियखोला / / 127 // साउं पजत्तं श्रायरेण काले रिउक्खमं निद्धं / तग्गुणविकत्थणाए अभुजमाणेऽवि अणुमन्ना