________________ 18] [ श्रीमदाममसुधासिन्धुः / त्रयोदशमो विभागः विच्छिन्ना, तिगुणो तस्सेव (साहिय)परिरयो // 51 // अट्ठजोयणबाहल्ला, सा मज्झम्मि वियाहिया / परिहायन्ती चरिमन्ते, मच्छिपत्ताउ तणुययरी // 60 // अज्जुण-सुवन्नगमई, सा पुढवी निम्मला सहावेणं / उत्ताणयछत्तयसंठिया य, भणिया जिणवरेहिं // 61 // संखंककुन्द-संकासा, पण्डुरा निम्मला सुभा / सीयाए जोयणे तत्तो, लोयन्तो उ वियाहियो // 6 // जोयणस्स उ जो तत्थ, कोसो उवरिमो भवे / तस्स कोसस्स छब्भाए, सिद्धारोगाहणा भवे // 63 // तत्थ सिद्धा महाभागा, लोगग्गम्मि पइट्ठिया। भवप्पवंच-उम्मुका, सिद्धिं वरगइं गया // 64 // उस्सेहो जस्स जो होइ, भवम्मि चरिमम्मि उ। तिभागहीणा तत्तो य, सिद्धाणोगाहणा भवे // 65 // एगत्तेण साइया, अपजवसियावि य। पुहुत्तेण अणाझ्या, अपजवसियावि य // 66 // अरूविणो जीवघणा, नाणदंसणसन्निया। अउलं सुहसंपत्ता, उवमा जस्स नत्थि उ // 67 // लोएग(ग्ग)देसे ते सव्वे, नाणदंसणसन्निया। संसारपार-निच्छिन्ना, सिद्धिं वरगइं गया // 68 // संसारत्था उ जे जीवा, दुविहा ते वियाहिया / तसा य थावरा चेव, थापरा तिविहा तहि // 61 // पुढवी ग्राउजीवा य, तहेव य वणस्सई / इचे ए थावरा तिविहा, तेसिं भेए सुणेह मे // 70 // दुविहा पुढविजीवा उ, सुहुमा बायरा तहा। पजत्त-मप्पज्जत्ता, एवमेव दुहा पुणो // 71 // बायरा जे उ पज्जत्ता, दुविहा ते वियाहिया / सराहा खरा य बोद्ध व्वा, सराहा सत्तविहा तहिं // 72 // किराहा नीला य रुहिरा य, हालिदा सुकिला तहा। पराडपणग-मट्टिया, खरा छत्तीसई विहा // 73 // पुढवी य सकरा, वालुया य उवले सिला य लोणूसे। अय-तउय-तम्ब-सीसगरुप्प-सुवराणे य वइरे य॥७४ // हरियाले हिंगुलुए, मणोसिला, सासगंजण-पवाले / अब्भपडलऽभ-वालय, बायरकाए मणिविहाणा // 75 / / गोमिजए म रुयगे, अंके फलिहे य लोहियक्खे य / मरगय-मसारगल्ले,