________________ बीमदुत्ताध्ययनस्त्रम् : अध्ययनं 23 ] :: निच्छए // 33 // साहु गोयम ! पन्ना ते, छिन्नो मे संसश्रो इमो / अन्नोऽवि संमयों मझ, तं मे कहसु गोयमा ! // 34 // अणेगाण सहस्साणं, मज्झे चिट्ठसि गोयमा / ते अ ते अभिगच्छन्ति, कहं ते निजिया तुमे ? // 35 // एगे जिए जिया पंच, पंच जिए जिया दस / दसहा उ जिणित्ता णं, सव्वसत्तू जिणामहं // 36 // सत्तू य इइ के वुत्ते ?, केसी गोयममब्बवी / तयो केसि बुवंतं तु, गोयमो इणमब्बवी // 37 // एगप्पा अजिए सत्तू, कसाया इंदि'याणि य / ते जिणित्तू जहानायं, विहरामि अहं मुणी ! // 38 // साहु गोयम ! पन्ना तें, छिन्नो मे संसश्रो इमो / अन्नोऽवि संसश्रो मझ, तं मे कहसु गोयमा ! // 31 // दीसंति बहवे लोए, पासबद्धा सरीरिणो / मुक्कपासो लहुन्भूयो, कहं तं विहरसी मुणी ! // 40 // ते पासे सव्वसो छित्ता निहन्तूण उवायत्रो / मुक्कपासो लहुन्भूयो, विहरामि अहं मुणी ! // 41 // पासा य इइ के वुत्ता ?, केसी गोयममबवी / केसिमेवं बुवंतं तु, गोयमो. इणमब्बवी // 42 // रागदोसादयो तिव्वा, नेहपासा भयंकरा / ते छिदित्तू जहानायं, विहरामि जहकम्मं // 43 // साहु गोयम ! पन्ना ते, छिन्नो मे संसयो इमो। अन्नोऽवि संसश्रो मझ, तं मे कहसु गोयमा ! // 44 // अंतो हिश्रयसंभूया, लया चिट्ठइ गोयमा ! / फलेइ विसभक्खीणं, सा उ उद्धरिया कहं ? // 45 // तं लयं सव्वसो छित्ता, उद्धरित्ता समूलियं / विहरामि जहानायं, मुक्कोमि विसभक्खणं // 46 // लया य इइ का वुत्ता ?, केसी गोयममब्बी। केसिमेवं बुवंतं तु, गोयमो इणमब्बवी // 17 // भवतराहा लया वुत्ता, भीमा भीमफलोदया। तमुच्छित्तु जहानायं, विहरामि महामुणी ! // 48 // साहु गोयम ! पन्ना (पराणाए) ते, छिन्नो मे संसश्रो इमो / अन्नोऽवि संसश्रो मझ, तं मे कहसु गोयमा ! // 41 // संपजलिया घोरा, अग्गी चिट्ठइ गोयमा ! / जे डहंति (जा डहेति) सरीरत्था, कहं विज्माविया तुमे ? // 50 // महामेहप्पसूयात्रो, गिज्म वारि जलुत्तमं / सिंचामि