________________ [ श्रीमंदागमसुंधासिन्धुः / / त्रयोदशमी निमागा श्रणंतसो // 50 // रसंतो कंदुकुम्भीषु, उड्डे बद्रो अबन्धवो / करवत्तकरकयाईहिं, छिनपुत्रो अणं तसो // 51 // अइतिख-कराटगाइराणे, तुगे सिंबलिपायवे / खेवि पासबद्रेणं, कट्ठोकड्डाहि दुक्करं // 52 // महाजंतेसु उच्छू वा, पारन्तो सुभेरखं / पीलियो मि सकम्मे हिं, पावकम्मो अणन्तसो ॥५३॥कूवन्नो कोलसुणएहि, सामेहिं सबलेहि य। पाडियो फालियो छिनो, विष्फुरन्तो अणेगसो // 54 // अरसाहिं (असीहिं) अयसिवराणेहिं, भल्लीहि पट्टिसेहि य / छिन्नो भिन्नो विभिन्नो य, उपवनो (योइराणो) पावकम्मुणा // 55 // अवसो लोहरहे जुत्तो, जलन्ते(त-) समिलाजुए / चोइयो तुत्तजुत्तेहिं, रुज्झो वा जह पाडियो // 56 // हुयासणे जलंतंमि, चियासु महिसो विव। दद्धो एको य श्रवसो, पावकम्मेहिं पावियो // 57 // बला संडासतु'डेहिं, लोहतुडेहिं पक्खिहिं / विलुत्तो विलवन्तोऽहं, ढंकगिद्धेहिंऽणन्तसो // 58 // तराहाकिलंतो धावतो, पत्तो वेयरणिं नई / जलं पाहंति चिंतन्तो, खुरधाराहिं विवाइयो // 51 // उराहाभितत्तो संपत्तो, सिपतं महावणं / असिपत्तेहिं पडतेहिं, छिन्नपुव्वो अणेगसो // 60 // मुग्गरेहिं मुसुदीहिं, सूलेहिं मूसलेहि य / गयासंभग्गगत्तेहि, पत्तं दुक्खं अणंतसो // 61 // खुरेहि तिक्खधाराहिं, छुरियाहिं कप्पणीहि य / कप्पियो फालियो छिन्नो, उकित्तो (वुकन्तो) य अणेगसो // 62 // पासेहिं कूडजालेहिं, मिश्रो वा अवसो अहं / वा(ग)हियो बद्धरुद्धो य, विवसो चेव विवाइश्रो // 63 // गलेहि मगरजालेहिं, मच्छो वा अवसो अहं / उल्लियो फालियो गहियो, मारियो य अणन्तसो // 64 // विदंसएहि जालेहिं, लिप्पाहि सउणो विव / गहियो लग्गो य बद्धो य, मारियो य अणन्तसो // 65 // कुहाडपरसुमाईहिं, बड्डईहिं दुमो विव / कुट्टियो फालियो छिन्नो, तच्छियो य अणन्तसो // 66 // चोडमुट्ठिमाईहिं, कुमारेहिं अयं पिव / ताडिओ कुट्टियो भिन्नो, चुगिणयो य अणन्तसो // 6 //