SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 99
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 72 / [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: सप्तमो विभाग तहेव जहा मागहतित्थस्स जाव समुद्दरवभूअंपिव करेमाणे 2 उत्तरदिसाभिमुहे जेणेव चुल्लहिमवंत-वासहरपव्वए तेणेव उवागच्छइ 2 ता चुल्लहिमवंत-वासहफव्वयं तिक्खुत्तो रहसिरेणं फुसइ फुसित्ता तुरए णिगिराहइ णिगिरिहत्ता तहेव जाव श्रायतकराणायतं च काऊण उसमुदारं इमाणि वयाणाणि तत्थ भाणी से णरवई जाव सब्वे मे ते विसयवासित्तिकटु उद्धं वेहासं उसु णिसिरइ परिगरणिगरिश्रमज्झे जाव तए णं से सरे भरहेणं रराणा उड्ड वेहासं णिस? समाणे खिप्पामेव बावत्तरि जोगणाई गंता चुल्लहिमवंतगिरिकुमारस्स देवस्स मेराए णिवइए 3 / तए णं से चुल्लहिमवंतगिरिकुमारे देवे मेराए सरं णिवइयं पासइ 2 ता प्रासुरुत्ते रुठे जाव पीइदाणं सब्बोसहिं च मालं गोसीसचंदणं कंडगाणि जाव दहोदगं च गेराहइ 2 ता ताए उकिट्ठाए जाव उत्तरेणं चुल्लहिमवंतगिरिमेराए श्रहराणं देवाणुप्पियाणं विसयवासी जाव शहराणं देवाणुप्पियाणं उत्तरिल्ले अंतवाले जाव पडिविसज्जेइ 4 // सूत्रं 62 // तए णं से भरहे राया तुरए णिगिराहइ 2 त्ता रहे परावत्तेइ 2 त्ता जेणेव उसहकूडे तेणेव उवागच्छइ 2 ता उसहकूडं पव्वयं तिक्खुत्तो रहसिरेणं फुसइ 2 ता तुरए निगिराहइ 2 ता रहं . ठवेइ 2 ता छत्तलं दुवालसंसिग्रं अट्टकरिणयं अहिगरणिसंटिग्रं सोवरिणयं कागणिरयणं परामुसइ 2 ता उसभकूडस्स पव्वयस्स पुरथिमिल्लसि कडगंसि णामगं पाउडेइ-श्रोसप्पिणीइमीसे तइयाए समाइ पच्छिमे भाए। अहमंसि चकवट्टी भरहो इन नामधिज्जेणं // 1 // अहमंसि पढमराया अयं भरहाहिवो णरवरिंदो / णत्थि महं पडिसत्तू जिग्रं मए भारहं वासं // 2 // " इतिकट्ठ णामगं पाउडेइ णामगं बाउडित्ता रहं परावत्तेइ 2. ता जेणेव विजय-खंधावारणिवेसे जेणेव बाहिरिया उवट्ठाणसाला तेणेव उवागच्छइ 2 ता जाव चुल्लहिमवंतगिरिकुमारस्स देवस्स अट्टाहिश्राए महामहिमाए णिव्वत्ताए समाणीए पाउहघरसालायो पडिणिक्खमइ 2 ता जाव दाहिणि
SR No.004368
Book TitleAgam Sudha Sindhu Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendravijay Gani
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1978
Total Pages532
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_jambudwipapragnapti, agam_jambudwipapragnapti, agam_nirayavalika, agam_kalpavatansika, agam_pushpika, agam_pushpachulika, & agam_vrushnidasha
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy