________________ 310 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: सप्तमो विभागः जोइत्ता अणुपरियट्टइ अणुपरियट्टित्ता विप्पजहइ विगयजोई यावि भवइ 5 / एवं एएणं अभिलावेणं णेयव्वं पराणरसमुहुत्ताई, तीसतिमुहुत्ताई, पणयालीसमुहुत्ताई भाणियव्वाइं जाव उत्तरासाढा 5 / ता जया णं चंदं गइ समावराणं गहे गइसमावराणे पुरत्थिमाए भागाए समासाएइ 2 चंदेण सद्धिं जोयं जोएइ, जोइत्ता जोयं अणुपरियट्टइ, अणुपरियट्टित्ता विप्पजहइ, विगयजोई यावि भवइ 6 / ता जया णं सूरियं गइसमावरणं अभीईणक्खत्ते गइसमावराणे पुरत्थिमाए भागाए समासाएइ, समासाइत्ता चत्तारि अहोरत्ते छच्च मुहुत्ते सूरेणं सद्धिं जोयं जोएइ जोयं जोइत्ता जोयं अणुपरियट्टइ, श्रणुपरियट्टित्ता विप्पजहइ विगय जोई यावि भवइ 7 / एवं अहोरत्ता छ एकवीसं मुहुत्ता य, तेरस अहोरत्ता बारस मुहुत्ता य वीसं अहोरत्ता तिरिण मुहुत्ता य सव्वे भाणियव्वा जाव जया णं सूरियं गइसमावराणं उत्तरा साढाणक्खत्ते गइसमावराणे पुरथिमाए भागाए समासाएइ समासाइत्ता वीसं अहोरत्ते तिगिण य मुहुत्ते सूरिएण सद्धिं जोयं जोएइ जोइत्ता जोयं अणुपरियट्टइ, अणुपरियट्टित्ता विप्पजहइ विगयजोई यावि भवइ / ता जया णं सूरं गइसमावराणं गहे गइसमावराणे पुरस्थिमाए भागाए समासाएइ, समासाइत्ता सूरेणं सद्धि जोयं जोएइ, जोयं जोइत्ता जोयं अणुपरियट्टइ, श्रणुपरियट्टित्ता विप्पजहइ विगयजोई यावि भवइ 1 // सूत्रं 84 // ता णक्खत्तेणं मासेण चंदे कइ मंडलाई चरइ ? ता तेरस मंडलाइं चरइ, तेरस य सत्तट्ठिभागे मंडलस्स 1 / ता णक्खत्तेणं मासेणं सूरिए कइ मंडलाइं चरइ ? ता तेरस मंडलाइं चरइ, चोयालीसं च सत्तट्ठिभागे मंडलस्स 2 / ता णक्खत्तेणं मासेणं णक्खत्ते कईमंडलाइं चरइ ? ता तेरस मंडलाइं चरइ, श्रद्ध सीतालीसं च सत्तट्ठिभागे मंडलस्स 3 / ता चंदेणं मासेणं चंदे कइ मंडलाइं चरइ ? ता चोदस चउभागाइं मंडलाइं चरइ एगं च चउव्वीससयभागं मंडलस्स 4 | ता चंदेणं मासेणं सूरे कइ मंडलाई चरइ ? ता पराणरसचउभागूणाई मंडलाइं चरइ, एगं