________________ 190 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः : सप्तमो विभागः णं भंते ! पक्खस्स कइ दिवसा पराणता ?, गोत्रमा ! पराणरस दिवसा पराणत्ता, तंजहा-पडिवादिवसे बितियादिवसे जाव पराणरसीदिवसे 3 / एतेसि णं भंते ! पराणरसराहं दिवसाणं कइ णामधेजा पराणत्ता ?, गोत्रमा ! पराणरस नामधेजा पराणत्ता, तंजहा-पुव्वंगे सिद्धमणोरमे अ तत्तो मणोरहे चेव जसभद्दे श्र जसघरे छ8 सव्वकामसमिद्धे अ॥ 1 // इंदमुद्धाभिसित्ते अ सोमणस धणंजए अबोद्धव्वे / अत्थसिद्धे अभिजाए अञ्चसणे सयंजए चेव // 2 // अग्गिवेसे उवसमे दिवसाणं होंति णामधेजा // 4 / एतेसि णं भंते ! पराणरसराहं दिवसाणं कति तिही परणत्ता ?, गोयमा ! पराणरस तिही पराणत्ता, तंजहा-नंदे भद्दे जए तुच्छे पुराणे पक्खस्स पंचमी। पुणरवि णंदे भद्दे जए तुच्छे पुराणे पक्खस्स दसमी / पुणरवि णंदे भद्दे जए तुच्छे पुराणे पक्खस्स पराणरसी, एवं ते तिगुणा तिहीयो सव्वेसि दिवसाणंति 5 / एगमेगस्स णं भंते ! पक्खस्स का राईयो पराणत्तायो ?, गोत्रमा ! पराणस्स राईश्रो पण्णत्तात्रो, तंजहापडिवाराई जाव परणरसीराई 6 / एपासि णं भंते ! पराणरसराहं राईणं कइ णामधेजा पराणत्ता ?, गोत्रमा ! पराणरस नामधेजा पराणत्ता, तंजहाउत्तमा य सुणक्खत्ता, एलावच्चा जसोहरा। सोमणसा चेव तहा, सिरिसंभूया य बोद्धव्वा // 1 // विजया य वेजयंति जयंति अपराजिया य इच्छा य। समाहारा चेव तहा तेश्रा य तहा अईतेथा // 2 // देवाणंदा णिरई रयणीणं णामधिजाई 7 / एयासि णं भंते ! पराणरसग्रहं राईणं कइ तिही पराणत्ता ?, गोयमा ! पराणरस तिही पराणता, तंजहा-उग्गवई भोगवई जसवई सव्वसिद्धा सुहणामा, पुणरवि उग्गवई भोगवई जसवई सव्वसिद्धा सुहणामा, पुणरवि उग्गवई भोगवई जसवई सव्वसिद्धा सुहणामा, एवं तिगुणा एते तिहीनो सव्वेसिं राईणं 8. / एगमेगस्स णं भंते ! अहोरत्तस्स कइ मुहुत्ता पराणत्ता ?, गोत्रमा ! तीसं