________________ 36 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः : पष्ठो विभागः चरित्तारिया य बुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयरायचरित्तारिया य 33 / से किंतं सयंबुद्ध-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयरायचरित्तारिया?, सयंबुद्ध-छउमत्थखीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-पढमसमय-मयंयुद्धछउमत्थ-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया य अपढमसमय-सयंबुद्ध छउमत्थखीणक साय-वीयराय-चरित्तारिया य, ग्रहवा चरिमसमय-सयंबुद्ध-छउमत्थखीणकसाय-बीयराय-चरित्तारिया य अचरिमसमय-सयंबुद्ध-छउमस्थ-खीणाकसाय-वीयराय-चरित्तारिया य, सेत्तं सयंबुद्ध-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया 34 / से किं तं बुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया ?, बुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहापढमसमय-बुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया य अपदमसमय-बुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-बीयराय-चरित्तारिया य, अहवा चरिमसमय-बुद्धयोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया य अचरिमसमयबुद्धबोहिय-छउमत्थ-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया य, सेत्तं बुद्धयोहियछउमाथ-खोगाकसाय-बीयराय-चरित्तारिया, सेत्तं छउमत्थ-खीणकसाय-वीयरायचरित्तारिया 35 / से किं तं केवलि-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया ?, केवलि खीणकमाय-बीयराय-चरित्तारिया दुविहा पन्नत्ता, तंजहा--सजोगिकेवलि-खीणकसाय-बीयराय-चरित्तारिया य यजोगि-केवलि-खीणकमायवीयराय-चरित्तारिया य 36 / से किं तं सजोगि-केवलि-खीणकसायवीयराय-चरित्तारिया ?, सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया दुविहा पत्नत्ता, तंजहा-पढमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वायरायचरित्तारिया य अपढमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसाय-बीयराय-चरित्तारिया य, ग्रहवा चरिमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया य अचरिमसमय-सजोगि-केवलि-खीणकसाय-वीयराय-चरित्नारिया य, सेत्तं सनोगि-फेवलि-खीणकसाय-वीयराय-चरित्तारिया 37 / से कि तं यजोगि