________________ 24] [ भीमदागमसुधासिन्धुः // षष्ठो विभागः गंभीरा णीणिया तंतवा अच्छिरोडा अच्छिवेहा सारंगा नेउरा दोला भमरा भरिली जरुला तोट्टा विछया पत्तविच्छुया छाणविच्छुया जलविच्छुया पियंगाला कणगा गोमयकीडा 1 / जे यावन्ने तहप्पगारा, सब्वे ते समुच्छिमा नपुंसगा, ते समासयो दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य 2 / एएसि णं एवमाझ्याणं चरिंदियाणं पजत्तापजत्ताणं नव जाइ-कुल-कोडि-जोणिप्पमुह-सयसहस्साई भवंतीति-मक्खायं 3 / सेत्तं चरिंदिय-संसार-समावन्न-जीवपन्नवणा 4 // सू० 21 // से किं तं पंचेंदियसंसार-समावन्न-जीवपन्नवणा ?, 2 चउन्विहा पन्नत्ता, तंजहा-नेरइय-पंचिंदियसंसार-समावन्न-जीवपन्नवणा, तिरिक्खजोणिय-पंचिंदिय-संसार-समावन्नजीवपन्नवणा मणुस्सपंचिंदिय-संसार समावन्न-जीवपन्नवणा देवपंचिदियसंसार-समावन्न-जीवपन्नवणा // सू० 30 // से किं तं नेरइया ?, नेरइया सत्तविहा पन्नत्ता, तंजहा-रयणप्पभा. पुढविनेरइया 1 सक्करप्पभा-पुढविनेरइया 2 वालुयप्पभा-पुढविनेरझ्या 3 पंकप्पभा-पुढविनेरइया 4 धूमप्पभा-पुढविनेरझ्या 5 तमप्पभा-पुढविनेरइया 6 तमतमप्पभा-पुढविनेरइया 7, 1 / ते समासयो दुविहा पन्नत्ता, तंजहापज्जत्तगा य अपज्जत्तगा य 2 / सेत्तं नेरझ्या 3 // सू० 31 // से किं तं पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया ?, पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया तिविहा पनत्ता, तंजहा-जलयर-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया य 1 थलयर-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया य 2 खहयर-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया य 3 // सू० 32 // से किं तं जलयर-पंचिंदिय-तिरिक्खजोणिया ?, जलयर-पंचिंदिय-तिरिक्ख. जोणिया पंचविहा पन्नत्ता, तंजहा–१ मच्छा 2 कच्छभा 3 गाहा 4 मगरा 5 सुसुमारा ॥से किं तं मच्छा ?, मच्छा अणेगविहा पन्नत्ता, तंजहा-सराहमच्छा खवल्लमच्छा जुगमच्छा विज्झडियमच्छा हलिमच्छा मगरिमच्छा रोहियमच्छा हलीसागरा गागरा वडा वडगरा गब्भया