________________ 14 ] [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / षष्ठो विभागः श्राउकाइया 7 // सू० 16 // से किं तं तेउकाइया ?, 2 दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-सुहुमतेउकाइया य बादरतेउकाइया य 1 / से किं तं सुहुमतेउकाइया ?, 2 दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य, सेत्तं सुहुमतेउकाइया 2 / से किं तं बादरतेउकाइया ?, 2 अणेगविहा पराणत्ता, तंजहा-इङ्गाले जाला मुम्मुरे अची अलाए सुद्धागणी उक्का विज्जू असणी णिग्याए संघरिससमुट्ठिए सूरकंतमणि-णिस्सिए ३।जे यावन्ने तहप्पगारा ते समासो दुविहा पराणत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य 4 / तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते णं असंपत्ता, तत्थ णं जे ते पजत्तगा एएसि णं वन्नादेसेणं गंधादेसेणं रसादेसेणं फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई संखेजाई जोगिप्पमुह-सयसहस्साई, पजत्तगणिस्साए अपजत्तगा वकर्मति 5 / जत्थ एगो तत्थ नियमा असंखिजा 6 / सेत्तं बादरतेउकाइया, सेंत्तं तेउकाइया 7 // सू० 17 // से किं तं वाउकाइया ?, 2 दुविहा पन्नत्ता, तंजहासुहुमवाउकाइया य बादरवाउकाइया य 1 / से कि तं सुहुमवाउकाइया ?, 2 दुविहा पराणत्ता, तंजहा-पजत्तगसुहुमवाउकाइया य अपजत्तगसुहुमवाउकाइया य, सेत्तं सुहुमवाउकाइया 2 / से किं तं बादरवाउकाइया ?, 2 श्रणेगविहा पराणत्ता, तंजहा-पाइणवाए पडीणवाए दाहिणवाए उदीणवाए उडवाए अहोवाए तिरियवाए विदिसीवाए वाउब्भामे वाउकलिया वायमंडलिया उकलियावाए मंडलियावाए गुंजावाए झंझावाए संवट्टवाए घणवाए तणुवाए सुद्धवाए 3 / जे यावराणे तहप्पगारा ते समासयो दुविहा पन्नत्ता, तंजहा-पजत्तगा य अपजत्तगा य 4 / तत्थ णं जे ते अपजत्तगा ते असंपत्ता, तत्थ गां जे ते पजत्तगा एतेसि णं वराणादेसेणं गंधादेसेणं रसादेसेणं फासादेसेणं सहस्सग्गसो विहाणाई संखेन्जाइं जोणिप्पमुहसयसहस्साई पजत्तगनिस्साए अपजत्तया वकमंति 5 / जत्थ एगो तत्थ नियमा असंखेजा 6 / सेत्तं बादरखाउकाइया, से तं बाउकाइया 7 // सू० 18 //