________________ विवार से कि त एगार दुविहा पराणता / सू० 22 // उभा करंजे य१कुछ पील सेल 2 योगविहा श्रीमत्प्रज्ञापनोपाङ्ग-सूत्रम् पदं 1] [ 15 से किं तं वणस्सइकाइया ?, वणस्सइकाइया दुविहा पराणत्ता, तंजहासुहुम-वणस्सइकाइया य बायर-वणस्सइकाइया य॥ सू० 11 // से कि तं सुहुमवणस्सइकाइया ?, 2 दुविहा पराणत्ता, तंजहा-पजत्तग-सुहुमवणस्सइ. काइया य अपजत्तग-सुहुमवणस्सइकाइया य, सेत्तं सुहुमवणस्सइकाइया // सू. 20 // से किं तं बादरवणस्सइकाइया ?, 2 दुविहा पन्नत्ता, तंजहापत्तेयसरीर-बादरवणस्सइकाइया य साहारणसरीर-बादरवणस्सइकाइया य // सू० 21 // से किं तं पत्तेयसरीर-बादरवणस्सइकाइया ?, 2 दुवालसविहा पन्नत्ता, तंजहा-रुक्खा गुच्छा गुम्मा लता य वल्ली य पव्वगा चेव / तणवलय हरिय-योसहि-जलरुह-कुहणा य बोद्धव्या // 12 // सू० 22 // से कि तं रुक्खा ?, 2 दुविहा पराणत्ता, तंजहा-एगट्टिया य बहुवीयगा य 1 / से किं तं एगट्ठिया ?, 2 अणेगविहा पन्नत्ता, तंजहा'णिवंब-जंबु-कोसंब-साल-अंकुल्ल पीलु सेलू य / सल्लइ-मोयइ-मालुय बउल पलासे करंजे य // 13 // पुत्तंजीवयरि? बिहेलए हरिडए य भिल्लाए / उंबेभरिया खीरिणि बोद्धव्वे धायइ पियाले // 14 // पूइय-निंब-करज्जे सुराहा तह सीसवा य असणे य। पुन्नाग-नागरुक्खे सीवरिण तहा असोगे य॥ 15 // 3 / जे यावराणे तहप्पगारा एगट्ठिया मुणेयव्वा, एएसि णं मूलावि असंखेजजीविया कंदावि खंधावि तयावि सालावि पवालावि, पत्ता पत्तेयजीविया पुप्फा अणेगजीविया फला एगट्टिया, सेत्तं एगट्टिया 4 / से किं तं बहुबीयगा ?, बहुवीयगा अणेगविहा पन्नत्ता, तंजहा-अस्थिय तेंदु कवि? अंबाडग-माउलिंग बिल्ले या / श्रामलग फणिस दालिम यासोठे(त्थे) उंबर वडे य // 16 ॥णग्गोह णंदिरुक्खे पिपरी सयरी पिलुक्खरखे य / काउंबरि कुत्यु भरि बोद्धव्वा देवदाली य // 17 // तिलए लउए छत्तोह सिरीस सत्तवन्न दहिवन्ने / लोद्ध-द्धव-चंदणज्जुण णीमे कुडए कयंबे या // 18 // 5 / जे यावन्ने तहप्पगारा बहुबीयगा