________________ चिदेति या छिदति अपणाहते अप्पेगतिया देवात थपेगतिया देवा श्रीजीवाजीवाभिगम-सूत्रम् :: अधिकारः 1 तृतीया प्रतिपत्तिः ] [ 316 अप्पेगतिया देवा वुक्कारेंति अप्पेगतिया देवा तंडवैति अप्पेगतिया देवा लासेंति अगतिया देवा पीणंति वुक्कारेंति तंडवेंति लासंति अप्पेगतिया देवा वुक्कारेंति अप्पेगतिया देवा श्रष्फोडंति अप्पेगतिया देवा वग्गंति अप्पेगतिया देवा तिवति छिदंति अप्पेगतिया देवा अप्फोडेंति * वग्गंति तिवति छिदेंति अप्पेगतिया देवा हतहेसियं करेंति अप्पेगतिया देवा हत्थिगुलगुलाइयं करेंति अप्पेगतिया देवा रहघणघणातियं करेंति अप्पेगतिया देवा हयहेसियं करेंति हथिगुलगुलाइयं करेंति रहघणघणाइयं करेंति अप्पेगतिया देवा उच्छोलेंति अप्पेगतिया देवा पन्छोलेंति अप्पेगतिया देवा उक्किट्टि करेंति अप्पेगतिया देवा उकिट्ठीयो करेंति अप्पेगतिया देवा उच्छोलेंति पच्छोलेंति उकिट्टिो करेंति अप्पेगतिया देवा सीहणादं करेंति श्रप्पेगतिया देवा पाददहरयं करेंति अप्पेगतिया देवा भूमिचवेडं दलयंति अप्पेगतियादेवा सीहनादं पादददरयं भूमिचवेडं दलयंति, अप्पेगतिया देवा हकारेंति अप्पेगतिया देवा वुक्कारेंति अप्पेगतिया देवा थक्कारेंति अप्पेगतिया देवा पुकारेंति अप्पेगतिया देवा नामाई सावेंति अप्पेगतिया देवा हक्कारेंति वुक्कारेंति थकारेंति पुकारेंति णामाई सावेंति अप्पेगतिया देवा उप्पतंति अप्पेगतिया देवा णिवयंति अप्पेगतिया देवा परिवयंति अप्पेगतिया देवा उप्पयंति णिवयंति परिवयंति अप्पेगतिया देवा जलेंति अप्पेगतिया देवा तवंति अप्पेगतिया देवा पतवंति अप्पेगतिया देवा जलंति तवंति पतवंति अप्पेगइया देवा गज्जेंति अप्पेगइया देवा विज्जुयायंति अप्पेगइया देवा वासंति अप्पेगइया देवा गज्जति विज्जुयायंति वासंति अप्पेगतिया देवा देव सन्निवायं करेंति अप्पेगतिया देवा देवुकलियं करेंति अप्पेगइया देवा देवकहकहं करेंति अप्पेगतिया देवा देवदुहदुहं करेंति अप्पेगतिया देवा देवसन्निवायं देवउकलियं देवकहकहं देवदुहदुहं करेंति अप्पेगतिया देवा देवुजोयं करेंति अप्पेगतिया देवा विज्जुयारं करेंति अप्पेगतिया देवा चेलुक्खेवं करेंति अप्पेगतिया देवा