________________ / श्रीमदाममसुधासिन्धुः / चतुर्क विभागा कंठ-तोणमाइत-वरफलह-रचित-पहकर-सरहस-खरचावकर-करंछिय-सुनिसित. सरवरिस-चडकरक-मुयंत(मत्त)-घणचंड-वेगधारा-निवायमग्गे(मंते) 3 / श्रणेग-धनुमंडलग्ग-संधिताउच्छलिय-सत्ति-सूल-कणग-वामकर-गहिय-खेडगनिम्मल-निकिट्ठ-खग्ग-पहरंत-कोंत-तोमर-चक्क-गया-परसु-मुसल-लंगल-सूललउल-भिडिमाला-सब्बल-पट्टिस-चम्मेठ्ठ-दुघण-मोट्ठिय-मोग्गर-वरफलिह-जंतपत्थर-दुहण-तोण-कुवेणी-पीढकलिय-ईलीपहरण-मिलिमिलिमिलत-खिप्पंतविज्जुज्जल-विरचित-समप्पहण-भूतले, फुडपहरणे, महारण-संख-भेरि-दुंदुभिवरतूर-पउर-पडुपहडाहय-णिणाय-गंभीर-णंदित्तं पक्खुभिय-विपुलघोसे,४ / हयगय-रह-जोह-तुरित-पसरित-उद्धत-तमंधकार-बहुले, कातरनर-णयण-हिययवाउलकरे // विलुलिय-उकड-वरमउड-तिरीड-कुंडलोडुदामाडोविया पागड-पडाग-उसिय-ज्झय-वेजयंति-चामर-चलंतछत्तंधकार गम्भीरे, हयहेसियहत्थिगुलुगुलाइय-रहघणघणाइय-पाइकहरहराइय-अफाडियसीहनाया, छेलियविघुटुक्कुट्ठ-कंठगय-सह-भीम-गजिए, सयराह-हसंत-रसंत-कलकलरवे, 5 / अासूणिय-वयणरुद्दे,भीम-दसणाधरो? गाढद?,सप्पहार-गुजयकरे, अमरिसवस-तिब्व-रत्त-निदारितच्छे, वेरदिट्ठि-कुद्ध-चिट्ठिय-तिवली-कुडिल-भिउडि. कनिलाडे, वह-परिणय-नरसहस्स-विकम-वियंभिय-बले 6 / वग्गंततुरग-रह-पहाविय-समरभडा, बावडिय-छेय-लाघव-पहारसाधिता, समूस्सियबाहुजुयलं मुकट्टहास-पुक्कंत-बोलबहुले, फुरफलगावरण-गहिय-गयवरपत्थित-दरिय-भडखल-परोप्पर-पलग्ग-जुद्ध-गब्बित-विउसित-वरासिरोस-तुरिय-अभिमुह-पहरित-छिन्न-करिकर-वियंगियकरे, श्रद इद्ध-निसुद्ध-भिन्नफालिय-पगलिय-रुहिर-कंत-भूमिकद्दम-चिलिचिल्लपहे, कुच्छि-दालिय-गलिंतरुलित-निभेलंतंत-फुरफुरंत-विगल-मम्माहय-विकय गाढ-दिन्नपहार-समुच्छितरुलंत-वेंभल-विलाव-कलुणे, 7 / हय-जोह-भमंत-तुरग-उद्दाम-मत्त-कुंजरपरिसंकित-जण-निब्बुकच्छिन्नधय-भग्ग-रहवर-नट्ट-सिर-करि-कलेवराकिन्न-पति