________________ सामगोण जाव सत्ता धम्मकहायो य हस अंगस्स दो मते ! समोणं श्रीज्ञाताधर्मकथाङ्ग-सूत्रम् ] समणेणं भगवता महावीरेणं जाव संपत्तेणं छट्ठस्म अंगस्स दो सुयखंधा पन्नत्ता, तंजहा-णायाणि य धम्मकहाणों य 2 / जति णं भंते ! समणेणं भगवत्ता महावीरेणं जाव संपत्तेणं छट्ठस्स अंगस्स दो सुयखंधा पनत्ता, तंजहा-णायाणि य धम्मकहायो य, पढमस्स णं भंते ! सुयधस्स समोणं जाव संपत्तेणं णायाणं कति अज्झयणा पन्नत्ता ?, एवं खलु जंबू ! समणेणं जाव संपत्तेणं णां गाणं एगणवीसं अज्झयणा पत्नत्ता, तंजहा-उक्खितणाए 1 संघाडे 2 अंडे 3 कुम्मे य 4 सेलगे 5 / तुबे य 6 रोहिणी 7 मल्ली 8 मायंदी 1 चंदिमा इय 10 // 1 // दावहवे 11 उदगणाए 12 मंडुक्के 13 तेयलीविय 14 / नंदीफले 15 अवरकंका 16, अतिन्ने 17 सुसुमा इस 18 // 2 // अवरे य पुंडरीयणायए 11 एगुणवीसतिमे 3 / // सूत्रं 5 // जति णं भंते ! समणेणं जाव संपत्तेणं णायाणं एगूणवीसा अज्झयणा पन्नत्ता, तंजहा-उक्खित्तणाए जाव पुंडरीरत्ति य, पढमस्स णं भंते ! अज्झयणस्स के अट्ठ पन्नत्ते ? एवं खलु जंबू ! ते णं काले णं 2 इहव जंबहीवे दीवे भारहे वासे दाहिणद्धभरहे रायगिहे णामं नयरे होत्था, वरणो, गुणमिलए चेतिए वन्नयो तत्थ णं रायगिहे नगरे सेणिए नाम राया होत्या महताहिमवंत-महंत मलयमंदर-महिंदसारे वनयो, तस्स णं सेणियस्स रनो नंदा नामं देवी होत्था सुकुमालपाणिपाया वराणश्रो // सू० 6 // तस्स णं सेणियस्स पुत्ते नंदाए देवीए अत्तए अभर नामं कुमारे होत्था अहीण जाव सुरूवे सामदंड-भेयउवप्पयाण-णीति-सुप्पउत्तणय-विहिन्नू ईहावूहमग्गण-गवेसण-अत्थसत्थमइ-विसारए उप्पत्तियाए वेणइयाए कम्मियाए पारणामिश्राए चउव्विहाए बुद्धिए उववेए सेणियस्स रगणो बहुसु कज्जेसु य कुडु बेसु य मंतेसु य गुज्मेसु य रहस्सेसु य निच्छएसु य ापुच्छणिज्जे पडि. पुच्छणिज्जे मंदी पमाणं श्राहारे श्रालंबणं चकखु मेढीभूए पमाणभूए श्राहार