________________ 772 / [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः / तृतीयो विभागः विसुद्धियसंजया संखेजगुणा ग्रहक्खायसंजया संखेजगुणा छेत्रोवट्ठावणियसंजया संखेजगुणा सामाइयसंजया संखेजगुणा 18, 36 // सूत्रं 718 // पडिसेवण दोसालोयणा य पालोयणारिहे चेव / तत्तो सामायारी पायच्छित्ते तवे चेव // 1 // कइविहा णं भंते ! पडिसेवणा पन्नत्ता ?, गोयमा ! दसविहा पडिसेवणा पराणत्ता, तंजहा-दप्प 1 प्पमाद 2 ऽणाभोगे 3, अाउरे 4 श्रावती 5 ति य 1 / संकिन्ने (संकिए, तितिणे) 6 सहसकारे, 7 भय 8 प्पोसा 1 य वीमंसा 10 // 1 // दस बालोयणादोसा पन्नत्ता, तंजहा-याकंपइत्ता 1. अणुमाणइत्ता 2 जं दिट्ठ 3 बायरं च 4 सुहुमं वा 5 / छन्नं 6 सदाउलयं 7 बहुजण 8 अन्वत्त 1 तस्सेवी 10 // 2 // दसहि ठाणेहिं संपन्ने अणगारे अरिहति अत्तदोसं पालोइत्तए, तंजहा-जातिसंपन्ने - 1 कुलसंपन्ने 2 विणयसंपन्ने 3 णाणसंपन्ने 4 दसणसंपन्ने 5 चरित्तसंपन्ने 6 खंते 7 देते 8 अमायी 1 अपच्छाणुतावी 10, 2 / अट्टहिं ठाणेहिं संपन्ने अणगारे अरिहति आलोयणं पडिच्छित्तए, तंजहा-पायावं 1 श्राहावं (अाधारवं, अवधारवं) 2 ववहारवं 3 उन्वीलए 4 पकुव्वए 5 अपरिस्सावी 6 निजवए 7 अवायदंसी 8, 3 // सूत्र 761 // दसविहा सामायारी पराणत्ता; तंजहा-इच्छा 1 मिच्छा 2 तहकारे 3, श्रावस्सिया य 4 निसीहिया 5 / आपुच्छणा य 6 पडिपुच्छा 7, छंदणा य 8 निमंतणा 1 // 1 // उवसंपया 10 य काले, सामायारी भवे दसहा // सूत्रं 800 // दसविहे पायच्छित्ते पराणत्ते, तंजहा-बालो. यणारिहे पडिक्कमणारिहे तदुभयारिहे विवेगारिहे विउसग्गारिहे तवारिहे छेदारिहे मूलारिहे अणवठ्ठप्पारिहे पारंचियारिहे // सूत्रं 801 // दुविहे तवे पन्नत्ते, तंजहा-बाहिरिए य अभितरए य 1 / से किं तं बाहिरिए तवे ?, बाहिरए तवे छब्बिहे पराणत्ते, तंजहा-अणसण ऊणोयरिया भिक्खायरिया य रसपरिचायो। कार्याकलेसो पडिसंलीणया बन्झो तवो