________________ श्रीमद्व्याख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवति) सूत्रं : शतकं 25 :: उद्देशकः 7] [773 होइ // 1 // से किं तं अणसणे ?, अणसणे 2 दुविहे पराणत्ते. तंजहाइत्तरिए य श्रावकहिए य 2 / से किं तं इत्तरिए ?, 2 अणेगविहे पन्नत्ते, तंजहा-चउत्थे भत्ते छ8 भत्ते अट्ठमे भत्ते दसमे भत्ते दुवालसमे भत्ते बौदसमे भत्ते अद्धमासिए भत्ते मासिए भत्ते दोमासिए भत्ते तेमासिए भत्ते जाव छम्मासिए भत्ते, सेत्तं इत्तरिए 3 / से किं तं श्रावकहिए ?, यावकहिए 2 दुविहे पराणत्ते, तंजहा-पायोवगमणे य भत्तपच्चक्खाणे य 4 / से कि नं पायोवगमणे ?, 2 दुविहे पराणत्ते, तंजहा-नीहारिमे य अणीहारिमे य नियमं अपडिकम्मे, से तं पायोवगमणे 5 / से किं तं भत्तपञ्चक्खाणे ?, भत्तपञ्चक्खाणे 2 दुविहे पराणत्ते, तंजहा-नीहारिमे य अनीहारिमे य नियम मपडिक्कमे, सेत्तं भत्तपञ्चक्खाणे, सेत्तं श्रावहिए, सेत्तं अणसणे 6 / से कि नं प्रोमोयरिया ?, योमायरिया दुविहा पराणत्ता, तंजहा-दब्वोमोयरिया य भावोमोयरिया य 7 / से किं तं दव्योमोयरिया ?, 2 दुविहा पराणत्ता, नंजहा-उवगरणदव्योमोयरिया य भत्तपाणदव्योमोयरिया य 8 / से कि नं उबगरणदब्वोमोयरिया ?, 2 तिविहा पराणत्ता, तंजहा-एगे वत्थे एगे पादे चियत्तोवगरणसातिजणया, सेत्तं उवकरणदव्योमायरिया 1 / से किं तं भत्तपाणदव्वोमोयरिया ?, 2 थट्ठ-कुक्कुडि-अंडगप्प. माणमेत्ते काले अाहारं श्राहारेमाणस्स अप्पाहारे दुवालस जहा सत्तमसए पटमोदसए जाव नो पकामरसभोतीति वत्तव्वं सिया, सेत्तं भत्तपाणदव्वोमायरिया, सेत्तं दबोमोयरिया 10 / से किं तं भावोमोयरिया ?, भावोमायरिया अणेगविहा पराणत्ता, तंजहा-यप्पकोहे जाव अप्पलोभे अप्पसद्दे अप्पझञ्झे अप्पतुमंतुमे, सेत्तं भावोमोदरिया, सेत्तं श्रोमोयरिया 11 / से किं त भिक्खायरिया ?, 2 अणेगविहा पराणत्ता, जहा-दब्बाभिग्गहचरए जहा उववाइए जाव सुद्धेसणिए संखादत्तिए, सेत्तं भिखायरिया 12 / से किं तं रसपरिचाए ?, 2 अणेगविहे पराणत्ते, तंजहा