________________ श्रीमद्व्याल्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवती) सूत्र : शतकं 6 :: 08] कतिविहे णं भंते ! पाउयबंधए पन्नत्ते ?, गोयमा ! छबिहा श्राउयगंधा पन्नत्ता, तंजहा-जातिनाम-निहत्ताउए 1 गतिनाम-निहत्ताउए 2 ठितिनाम-निहत्ताउए 3 ओगाहणानाम-निहत्ताउए 4 पएसनाम-निहत्ताउए 5 अणुभागनाम-निहत्ताउए 6 दंडयो जाव वेमाणियाणं 1 / जीवा णं भंते ! किं जाइनामनिहत्ता जाव अणुभागनिहत्ता ?, गोयमा ! जातिनामनिहत्तावि जाव अणुभागनामनिहत्तावि, दंडयो जाव वेमाणियाणं 2 / जीवा णं भंते ! किं जाइनामनिहत्ताउया जाव अणुभागनामनिहत्ताउया ?, गोयमा ! जाइनामनिहत्ताउयावि जाव अणुभागनामनिहत्ताउयावि, दंडयो जाव वेमाणियाणं 3 / एवं एए दुवालस दंडगा भाणियव्वा 4 / जीवा णं भंते ! किं जातिनामनिहत्ता 1 जाइनामनिहत्ताउया 21, 12 | जीवा णं भंते ! किं जाइनामनिउत्ता 3 जातिनामनिउत्ताउया 4 जाइगोयनिहत्ता 5 जाइगोयनिहत्ताउया 6 जातिगोयनिउत्ता 7 जाइगोयनिउत्ताउया 8 जाइणामगोनिहत्ता 1 जाइणामगोयनिहत्ताउया 10 जाइणामगोयनिउत्ता 11 ? जीवा णं भंते ! किं जाइनामगोयनिउत्ताउया 12 जाव अणुभागनामगोयनिउत्ताउया ?, गोयमा ! जाइनाम गोयनिउत्ताउयावि जाव अणुभागनाम-गोयनिउत्ताउयावि दंडयो जाव वेमाणियाणं 5 // सूत्र 250 // लवणे णं भंते ! समुद्दे कि उस्सियोदए पत्थडोदए खुभियजले अखुभियजले ?, गोयमा ! लवणे णं समुद्दे उसियोदए नो पत्थडोदए खुभियजले नो अखुभियनले एत्तो थाढत्तं जहा जीवाभिगमे जाव से तेण० गोयमा ! बाहिरया णं दीवसमुद्दा पुन्ना पुन्नप्पमाणा वोलट्टमाणा वोसट्टमाणा समभरघडताए चिट्ठांति संठाणयो एगविहिविहाणा विस्थारो अणेगविहिविहाणा दुगुणादुगुणप्पमाणश्रो जाव अस्सि तिरियलोए असंखेजा दीवसमुद्दा सयंभुरमणपजवसाणा पन्नत्ता समणाउसो ! 1 / दीवसमुद्दा णं भंते ! केवतिया नामधेज्जेहिं पत्नत्ता ?, गोयमा ! जावतिया