________________ श्रीमद्व्याख्याप्रज्ञप्ति (श्रीमद्भगवति) सूत्रं : शतकं 1 : उद्देशकः 1 ] [3 पन्नवणाए पढमए याहारुद्दसए तहा भाणियव्वं 3 / ठिई उस्साहारे किं वाऽऽहारेंति 36 सवयो वावि 37 / कतिभागं ? 38 सव्याणि व 31 कीस व भुजो परिणमंति ? // 1 // सू० 1 // नेरइयाणं भंते ! पुवाहारिया पोग्गला परिणया ? 1, थाहारिया श्राहारिजमाणा पोग्गला परिणया ? 2, अणाहारिया याहारिजिस्समाणा पोग्गला परिणया ? 3, अणाहारिया अणाहारिजिस्ममाणा पोग्गला परिणया ? 4, गोयमा ! नेरइयाणं पुवाहारिया पोग्गला परिणया 1, पाहारिया श्राहारिजमाणा पोग्गला परिणया परिणमति य 2, अणाहारिया याहारिजिस्समाणा पोग्गला नो परिणया परिणमिस्संति 3, अणाहारिया अणाहारिजिस्समाणा पोग्गला नो परिणता णो परिणमिस्संति 4 // सू० 10 // नेरइयाणं भंते : पुव्वाहारिया पोग्गला चिया पुच्छा, जहा परिणया तहा चियावि, एवं चिया उबचिया उदीरिया वेइया निजिन्ना, गाहा-परिणय चिया उवचिय उदीरिया वेइया य निजिन्ना। एक्केक्कमि पदंमि चउविहा पोग्गला होंति // 1 // सू० 11 // नेरइयाणं भंते ! कइविहा पोग्गला भिज्जंति ?, गोयमा ! कम्मदव्व-वग्गणमहिकिञ्च दुविहा पोग्गला भिज्जंति, तंजहाअणू चेव बायरा चेव 1 / नेरइयाणं भंते ! कतिविहा पोग्गला चिजति ?, गोरमा ! याहारदव्व-वग्गणमहिकिञ्च दुविहा पोग्गला चिज्जति, तंजहाअणू चेव बायरा चेव 2 / एवं उवचिज्जति 3 / नेरइयाणं भंते ! कइविहा पोग्गला उदीरेंति ? गोयमा ! कम्मदव्व-वग्गणमहिकिच दुविहे पोग्गले उदीरेंति, तंजहा-अणू चेव बायरा चेव, सेसावि एवं चेव भाणियब्बा 4 / एवं वेदेति 5 निजरेंति 6 उयट्टिसु 7 उव्वति 8 उव्वट्टिस्संति 1 संकामिंसु 10 संकामेंति 11 संकामिस्संति 12 निहत्तिंसु 13 निहत्तेति 14 निहत्तिस्संति 15 निकायंसु 16 निकायंति 17 निकाइस्संति 18, सव्वेसुवि कम्मदव्व-वग्गणमहिकिच्च, गाहा-भेइयचिया उवचिया उदीरिया वेइया य