________________ देविदत्यो (x) अडयालीसं भागा विच्छिन्नं सूरमंडलं होइ / चउवीसं च कलाओ बाहल्लं तस्स बोद्धव्वं // 88 // अद्धजोयणिया उ गहा, तस्सद्धं चेव होइ नक्खत्ता / नक्खत्तद्धे तारा, तस्सऽद्धं चैव बाहल्लं // 89 // चंदेहि उ सिग्घयरा सूरा, सूरेहिं तह गहा सिग्या / नक्खत्ता उ गहेहि य, नक्खत्तेहिं तु ताराओ // 94 // सव्वऽप्पगई चंदा, तारा पुण होंति सव्वसिग्धगई / एसो गईविसेसो जोइसियाणं तु देवाणं // 95 // अप्पिड्ढिया उ तारा, नक्खत्ता खलु तओ महिड्ढियए / नक्खत्तेहिं तु गहा, गहेहिं सूरा, तओ चंदां // 16 // पंचेव धणुसयाइ जहन्नयं अंतरं तु ताराणं / दो चेव गाउयाइ निव्वाघाएण उक्कोसं // 19 // दोन्नि सए छाव? जहन्नयं अंतरं तु ताराणं / बारस चेव सहस्सा दो बायाला य उक्कोसा // 10 //