________________ 30 अन्तगडदसासु [९२वईए देवीए अत्तए सम्बे नामं कुमारे होत्था, अहीण... / तस्स णं सम्बस्स कुमारस्स मूलसिरी नामं भारिया होत्था। वण्णओ। अरहा समोसढे / कण्हे निग्गए / मूलसिरी वि निग्गया जहा पउमावई / नवरं "देवाणुप्पिया, कण्हं वासुदेवं आपुच्छामि" जाव सिद्धा 5 // एवं मूलदत्ता वि // 92 // पञ्चमो वग्गो सम्मत्तो // 5 // .. VI “जइ..." / छठुस्स उक्खेवओ। "नवरं सोलस अज्झयणा पन्नत्ता / तं जहा मङ्काती किंकमे चेव मोग्गरपाणी य कासवे / खेमए धिइधरे चेव केलासे हरिचन्दणे // 1 // बारत्त सुदंसण पुण्णभह सुमणभद्द सुपइटे मेहे / अइमुत्ते य अलक्खे अज्झयणाणं तु सोलसयं // 2 // " " जइ... सोलस अज्झयणा पन्नत्ता, पढमस्ल अज्झयणस्स के अट्टे पन्नत्ते ?" " एवं खलु, जम्बू" // 93 // तेणं कालेणं 2 रायगिहे नयरे / गुणसिलए चेइए / सणिए राया / मङ्काती नाम गाहावई परिवसइ अड्रे जाव.अपरिभूए। तेणं कालेणं 2 समणे भगवं महावीरे आइगरे... गुणसिलए जाव विहरइ / परिसा निग्गया // 94 // तए णं से मङ्काती गाहावई इससे कहाए लद्धढे... जहा पन्नत्तीए गङ्गदत्ते तहेव इमो वि जेट्टपुत्तं कुडुम्बे ठवेत्ता पुरिससहस्सवाहिणीए सीयाए निक्खन्ते जाव अणगारे जाए जाव इरियासमिए... // 95 // तए णं से मङ्काती अणगारे समणस्स भगवओ महा