________________ 91] पञ्चमो वग्गो 29 "आलित्ते जाव धम्ममाइक्खिउं”। तए णं अरहा अरिटुनेमी पउमावई देविं सयमेव पवावेइ, 2 सयमेव मुण्डावेइ, 2 सयमेव जक्खिणीए अजाए सिस्सिणिं दलयइ। तए णं सा जक्खिणी अजा पउमावई देविं सयं पवावेइ जाव संजमियव्वं / तए णं सा पउमावई जाव संजमइ। तए णं सा पउमावई अजा जाया इरियासमिया जाव गुत्तबम्भयारिणी // 88 // तए णं सा पउमावई अज्ञा जक्खिणीए अजाए अन्तिए सामाइयमाइयाइं एक्कारस अङ्गाई अहिजइ, बहूहिं चउत्थछट्ट...विविहतवोकमोहिं अप्पाणं भावेमाणी विहरइ। तए णं सा पउमावई अजा बहुपडिपुण्णाइंवीसं वासाइं सामण्णपरियागं पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अप्पाणं झूसेइ, 2 सट्टि भत्ताई अणसणाए छेएइ, 2 जस्सट्टाए कीरइ नग्गभावे जाव तमटुं आराहेइ...चरिमुस्सासेहिं सिद्धा 5 // 89 // निक्खेवओ // 5 / 1 // तेणं कालेणं 2 बारवई, रेवयए, उजाणे नन्दणवणे / तत्थ णं वारवईए कण्हे वासुदेवे...। तस्स णं कण्हवासुदेवस्स गोरी देवी। वण्णओ / अरहा समोसढे / कण्हे निग्गए। गोरी, जहा पउमावई तहा, निग्गया। धम्मकहा। परिसा पडिगया। कण्हे वि / तए णं सा गोरी, जहा पउमावई तहा, निक्खन्ता जाव... सिद्धा 5 // 90 // निक्खेवओ // 5 / 2 // एवं गन्धारी, लक्खणा, सुसीमा, जम्बवई, सञ्चभामा, रुप्पिणी / अट्ठ वि पउमावईसरिसाओ // 91 // तेणं कालणं 2 वारवईनवरीए रेवयए, नन्दणवणे, कण्हे / तत्थ णं बारवईए नयरीए कण्हस्स वासुदेवस्स पुत्ते जम्ब