________________ अन्तगडदसासु __ [२२यरो कलायरिय° जाव भोगसमत्थे जाए यावि होत्था / तए णं तं अणीयसं कुमारं उम्मुक्कबालभावं जाणित्ता अम्मापियरो सरिसियाणं जाव बत्तीसाए इब्भवरकन्नगाणं एगदिवसे पाणिं गेण्हावेन्ति / तए णं से नागे गाहावई अणीयसस्स कुमारस्स इमं एयारूवं पीइदाणं दलयइ। तं जहाबत्तीसं हिरण्णकोडीओ, जहा महाबलस्स, जाव उप्पि पासायवरगए फुट्टमाणे मुइङ्गमत्थएहिं भोगभोगाई भुञ्जमाणे विहरइ // 22 // तेणं कालेणं 2 अरहा अरिहनेमी जाव समोसढे, सिरिवणे उजाणे, जाव विहरइ / परिसा निग्गया॥२३॥ तए णं तस्स अणीयसस्स तं महा, जहा गोयमे तहा, नवरं सामाइयमाइयाई चोइस पुवाई अहिजइ / वीसं वासाई परियाओ। सेसं तहेव जाव सेत्तुओ पव्वए मासियाए संलेहणाए सिद्धे 5 // 24 // एवं खलु, जम्बू, समणेणं अट्ठमस्स अङ्गस्स तच्चस्स वग्गस्स पढमअज्झयणस्स अयमढे पन्नत्ते // 25 // एवं जहा अणीयसे एवं सेसा वि अणन्तसेणे जाव सत्तुसेणे / छ अज्झयणा एक्कगमा / बत्तीसओ दाओ। चोदस पुन्वाइं सुयं / सेत्तुळे सिद्धा // 26 // छठें अज्झयणं // 3 // 6 // तेणं कालेणं २वारवईए नयरीए, जहा पढमे, नवरं वसुदेवे राया। धारिणी देवी / सीहो सुमिणे / सारणे कुमारे। पन्नासओ दाओ। चोइस पुवाई। वीसं वासा परियाओ। सेसं जहा गोयमस्स, जाव सेत्तुओ सिद्धे // 27 // निक्खेवओ // 37 //