________________ ब्राह्मी रति आधगणधरप्रभृतिसाधुसंख्या (वलय 18) 1 ऋषभ ऋषभसेनादि 2 अजित सिंहसेनादि 3 संभव . . चारूरू आदि 4 अभिनंदन वज्रनाभादि 5 सुमति चमरगणी आदि 6 पमप्रभ सुद्योतादि 7 सुपार्श्व विदर्भादि . 8 चन्द्रप्रभ दत्तादि 9 सुविधि वराहकादि 10 शीतल नंदादि 11 श्रेयांस कौस्तुभादि 12 वासुपूज्य सुभूमादि / 13 विमल . मंदरादि 14 अनंत यश:आदि 15 धर्म अरिष्टादि 16 शांति चक्रायुधादि 17 कुन्थु शम्बादि 18 अर कुंभादि 19 मल्लि भिषजादि 20 मुनिसुव्रत मल्लि आदि 21 नमि शुंभादि 22 नेमि वरदत्तादि 23 पार्श्व आर्यदत्तादि 24 वर्द्धमान इन्द्रभूति आदि नमस्कार स्वाध्याय। 251 परिशिष्ट 2 आद्यमहत्तराप्रभृतिसाध्वीसंख्या (वलय 19) 84000 आदि 300000 100000 फाल्गुनी 330000 5 200000 श्यामा 336000 300000 अजिता 630000 320000 काश्यपी 530000 330000 420000 300000 सोमा 430000 10 250000 सुमनाः 380000 200000 वारुणी 120000* 100000 सुयशाः 100006* 84000 धारिणी 103000* 72000 धरणी 100000 15 68000 धरा 100800 66000 पमा 62000 64000 शिवा 62400 62000 61600 60000 दामिनी 60600 20 50000 रक्षिका 60000 40000 बन्धुमती 55000 30000 पुष्पवती 50000 20000 अनिला 41000 18000 यक्षदत्ता 40000 25 16000 पुष्पचूला 38000 14000 चन्दनबाला 36000 श्रुतिः * मतान्तरेण क्रमशः 3,80,000 / 3,80,000 / 1,20,000 /