________________ 199 विभाग] नमस्कार स्वाध्याय। नमो मेरुपय[य] ट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 55 // नमो निसह-नीलपव्वयट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 56 // नमो महहिमव-रुप्पिपव्वयाट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 57 // नमो हिमव-सिहरीपब्बयट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 58 // [नमो] वेअपव्ययट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 59 // नमो पउमवरवेईयासंठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 60 // नमो गयदंतपव्ययट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 61 // नमो जमगपबयट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवग्याणं सव्वसिद्धाणं // 62 // नमो दिग्गयपव्वयट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 63 // नमो इसुआरपव्ययट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सबसिद्धाणं // 64 // नमो वक्खारगिरीसु संठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 65 // नमो वट्टवेयपव्वयसंठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सबसिद्धाणं // 66 // नमो रिसहकूडपव्वयट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सबसिद्धाणं // 67 // नमो अट्ठावयपव्यय[ट्ठिय] मुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 68 // नमो सम्मेयसिहरपव्वयट्ठियमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 69 // 15 मेरुपर्वत पर रहीने मुनिवरपणामां सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 55 // निषध अने नील पर्वत पर रहीने मुनिवरपणामां सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 56 // महाहिमवंत अने रूपी पर्वत पर रहीने मुनिवरपणामां सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवतीने नमस्कार थाओ // 57 // 20 - हिमवंत अने शिखरी पर्वत पर रहीने मुनिवरपणामां सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ / / 58 // वैताढ्यपर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥५९॥ पद्मवरवेदिकामां रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६०॥ गजदंत पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६१॥25 यमक पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६२॥ दिग्गज पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६३॥ इषुकार पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६४॥ वक्षस्कार पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६५॥ वृत्तवैताढ्य पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६६॥ 30 ऋषभकूट पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६७॥ अष्टापद पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६८॥ समेतशिखर पर्वत पर रहीने मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥६९॥