________________ 5 सिद्धनमस्कारावलिका। [प्राकृत नमो सीअलेसालद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 45 // नमो आहारगलद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 46 // नमो लहुसि(स)रीरकरणमहसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 47 // नमो तिहुयणवसिकारगमहासद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 48 // नमो तिहुयणईसरियमहसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 49 // नमो जल व्व प(पु)ढवीमज्झे थल व जलोवरिचंकमणमहसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 50 // नमो अणुव्व सुह(हु)मसि(स)रीरकरणसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाण॥५१॥ [नमो महसरीरकरणमहसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 52 // ] नमो इच्छाचारणमहसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 53 // नमो भूमित्थजोइसियफासकरणमहसिद्धिसंपन्नमुणिवरसिद्धिमुवगयाणं सव्वसिद्धाणं // 54 // 1d शीतलेश्यालब्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध . भगवंतोने नमस्कार थाओ // 45 // ___आहारकलब्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने प्राप्त करनारा सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार 15 थाओ // 46 // ___ *शरीरने नानु बनाववारूप-लघिमामहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 47 // त्रण भुवनने वश करवारूप-वशीकारमहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 48 // 20 त्रण भुवनना औश्चर्यनो अनुभव करवारूप ईशित्वमहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 49 // जलनी जेम पृथ्वीमां अने पाणी पर पृथ्वीनी जेम चालवादिरूप प्राकाम्यमहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ॥५०॥ अणुनी जेम सूक्ष्म शरीर करवारूप अणिमामहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध 25 भगवंतोने नमस्कार थाओ // 51 // मोटुं शरीर करवारूप महिमामहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 52 // कोईपण पदार्थने इच्छा प्रमाणे वापरवारूप (यत्रकामावसायित्व) इच्छाचारणमहासिद्धिसंपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कारो थाओ // 53 // 30 जमीन उपर ऊभा रहीने ज्योतिष्क मंडल (चंद्र, सूर्य वगेरे) ने स्पर्शी शके एवी प्राप्तिमहासिद्धि संपन्न मुनिवरपणे सिद्धिने पामेला सर्व सिद्ध भगवंतोने नमस्कार थाओ // 54 // * जुओ-अभिधानचिंतामणी टीका कां. 2. लो. 16