________________ नमस्कार स्वाध्याय / नमो अट्ठसहसचउसद्विपुण्णकलसखीरोदहिन्हविआणं अरिहंताणं // 11 // नमो वरपडहभेरिझल्लरिदेवदुंदुहिनिनायपुव्वपूईआणं अरिहंताणं // 12 // नमो मघमघंतवरगोसीसचंदणचच्चियाणं अरिहंताणं // 13 // नमो जलथलयदिव्वकुसुममहामल्लालइअकंठाणं अरिहंताणं // 14 // नमो पवरहारद्धहार-कडय-कुंडल-मुउडमंडिआणं अरिहंताणं // 15 // नमो वरवेणुवीणामुयंगतालघुघरघुमघुमिअकयनट्टविहीए संपूइआणं अरिहंताणं // 16 // नमो जयजयसद्दसमुच्चरिअसुरसमूहेण मायाभवणसमागयाणं अरिहंताणं // 17 // नमो सक्कसंठवियअंगुठामयआहारकारगाणं अरिहंताणं // 18 // नमो चम्मचक्खूणमदंसिअकयाहार-नीहाराणं अरिहंताणं // 19 // नमो सेअमलरागेवञ्जिअसुहसि(स)रीरसंपत्ताणं अरिहंताणं // 20 // 5 क्षीरोदधि एटले दूधना समुद्रमाथी भरेला एवा आठ हजार ने चोसठ कळशोथी जेनु स्नपन करवामां आव्यु हतुं एवा अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 11 // श्रेष्ठ पटह-ढोल, भेरी-वाद्यविशेष, झालर अने देवदुंदुभिना अवाजथी पूर्वे पूजायेला एवा अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 12 // मघमघायमान श्रेष्ठ गोशीर्ष चंदनथी जेमनुं विलेपन करायुं छे एवा अरिहंत भगवंतोने 15 नमस्कार थाओ // 13 // पाणी अने पृथ्वी उपरनां दिव्य पुष्पोनी मोटी माळाओ जेमना कंठमा पहेरावेली छे एवा अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 14 // श्रेष्ठ हार, अर्धहार, कडा, कुंडल अने मुकुटथी मंडित अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 15 // श्रेष्ठ वेणु-मोरली, वीणा, मृदंग, ताल अने घूघराओना घुमधुम ध्वनिथी युक्त एवी नृत्यविधिथी 20 / सारी रीते पूजायेला एवा अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ॥१६॥ जय जय शब्दनो उच्चार करता देवताना समूह साथे माताना भवनमां आवेला अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 17 // ___ अंगूठामां इंद्रे स्थापन करेल अमृतनो आहार करता अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 18 // चर्मचक्षुथी जोई न शकाय ए रीते आहार अने निहार करनारा अरिहंत भगवंतोने 25 नमस्कार थाओ // 19 // परसेवो, मेल अने रोगथी रहित एवा शुभ शरीरने पामेला अरिहंत भगवंतोने नमस्कार थाओ // 20 // 1 अडस'A / 2 खीरोदधिन्ह°A / 3 नीहारगाणं P /