________________ विभाग] नमस्कार स्वाध्याय। 163 10 ते गणिका कोनी साथे रहे छे तेनी बातमी राजाए मेळवी / चंडपिंगळने पकडवामां आव्यो अने तेने शूलीए चडाववानुं फरमान करवामां आव्युं / ____ गणिकाए विचार्यु के, मारा अपराधथी तेने फांसी देवाय छे तेथी ते तेने नमस्कारमंत्र आपवा लागी अने कह्यु के, 'तुं एवं निया' कर जेथी आ राजाने त्यां पुत्ररूपे उत्पन्न थाय / ' नमस्कारमंत्रने गणतां तेणे एबुं निया' कयुं / ते पटराणीना पेटे जन्म्यो / बाळक थयो। 5 ते श्राविका गणिका तेने रमाडनारी धाई बनी।। कोई वखते रमाडता रमाडतां ते गणिकाए कह्युः 'चंडपिंगल, रडीश ना / ' आ हकीकतथी तेने शान थयुं / __ राजा मरण पाम्यो अने ते बाळक राजा थयो / लांबो काळ वीततां ते राजा अने गणिका बनेए दीक्षा लीधी / ए रीते ऊंचा कुळमां जन्म पामीने मोक्षनी प्राप्ति करी।" / आ रीते नमस्कारमंत्र परलोकनुं फळ पण आपे छ / (5) हुंडिकयक्ष / परलोकना फळ विशे बीजं दृष्टांत कहे छे "मथुरा नगरीमां जिनदत्त नामे श्रावक रहेतो हतो। त्यां ज हुँडिक नामे चोर पण वसतो हतो।ते रोज नगरमां चोरीओ करतो हतो। एक वेळा ते पकडाई गयो अने तेने फांसीनी सजा करवामां आवी / 15 फांसीए जतां पहेलां तेना कोण कोण मददगारो छे तेनी बातमी मेळववा राजाना अनुचरो तेनी पाछळ फरी रह्या हता / ते चोर नजीकमां उभेला कोई श्रावकने कहेवा लाग्योः 'तुं दयाळु छे, हुं तरस्यो छ मने पाणी आप / तरसथी मारो जीव जाय छे।' श्रावके कह्युः . 'आ नमस्कारमंत्र आपुं छु, तेनो जाप कर त्यां सुधीमां पाणी लावी आपुं। जो आ गणवानुं भूलीश तो पाणी लाव्यो हईश तोये आपीश नहीं / ' आवी लालचथी ते नमस्कार-20 मंत्र गणवा लाग्यो / श्रावक पाणी लईने आव्यो / 'हवे तने पाउं छु' एम कहेतां ते चोर नमस्कारनो जोरथी उच्चार करतो मरण पाम्यो। ते मरीने यक्ष थयो / राजाना अनुचरोए ते श्रावकने पकडी लीधो। तुं चोरने भोजन आपनारो छे माटे तने पकड्यो छे, एम कहीने आ श्रावकनी वात राजाने निवेदन करी / राजाए हुकम कर्यो के, 'तेने पण फांसीए चडावो।' ते श्रावकने जेवो मारवामां आवे छे के तरत यक्षे अवधिज्ञानना उपयोगथी जाणी लीधुं / - श्रावकने ते पोताना आत्मा बराबर लेखे छे, तेथी ते यक्षे कोई पर्वतनी शिला हाथमां उपाडीने राजपुरुषोने कह्युः 'आ उत्तम श्रावकने पण तमे ओळखता नथी ? तेनी माफी मागो, नहितर तमारा चूरा थई जशे / ' राजाए पूर्वदिशामां ते यक्षनुं मंदिर बांध्यु / " नमस्कारमंत्रथी आ रीते परलोकनुं फळ पण मळे छ / 138, (1024) 25 30