________________ आचार्यश्रीहेमचन्द्रविरचिते [ धा० 354 द्वितीयं परिशिष्टम् 'सौत्रा धातवः // 1 स्तम्भू स्तम्भे' / स्तभ्नाति, स्तन्नोति / (" स्तम्भू० " 3 / 4 / 78 सूत्रे दर्शितः ) // _ '2 तन्द्रा आलस्ये' / तन्द्राति / ( "शीश्रद्धा०" 5 / 2 / 37 सूत्रे दर्शितः)॥ 3 कि ज्ञाने' / कयति / ( "जनिएणि" उ० 140 सूत्रे दर्शितः) // ' '4 पति पतने' / पतयति / ( "शीश्रद्धा०" 5 / 2 // 37 सूत्रे दर्शितः)॥ 5 गृही ग्रहणे' / गृहयति / (" शीशद्धा०" 5 / 2 / 37 सूत्रे दर्शितः) // ___6 चिरिट्र हिंसायाम् / चिरिणोति / ("चिरेरिटो भ च" उ० 149 सूत्रे दर्शितः) // ...7 नुं वेगे' / जवति / (" जनिपणि० " उ० 140 सूत्रे दर्शित: ) // 8 क्रुङ् गतौ' / क्रवते // 9 भूङ् प्राप्तौ' / भावयते, भवते / ( " भूङः प्राप्तौ णिङ्" 3 / 4 / 19 सूत्रे दर्शितः) / . .10 तर्क विचारे' / तर्कति // '11 कक 12 कर्क हासे'। कर्कति / (“करारुः" उ० 813 सूत्रे दर्शितः // 13 सिक सेवने ' / सेकति // ("पृषिरञ्जिसिकि०" उ० 208 सूत्रे दर्शितः)। "14 मर्क संप्रच्छने ' / मर्कति / ( "दिव्यविश्रू०" उ०. 142 सूत्रे दर्शितः) / , '15 चकि भ्रमणे' / चकते। (“वाश्यसि०" उ०४२३ सूत्रे दर्शितः)। '16 मकि गतौ' / मकते। (“ककिमकि० " उ० 245 सूत्रं दर्शितः)॥ '17 रिखि लिखेस्तुल्यार्थे ' / रेखति // *18 कगे मिथःसंप्रहारे'। कगति / (' कगेवनू०" 4 / 2 / 25 सूत्रे दर्शितः)॥ __19 अर्ध मूल्ये' / अर्घति // '20 मर्चम् शब्दे ' / मर्चपति ("मीण-शलि." उ० 21 मने दर्शितः)॥ 1. इह धातुपारायणे ये सौत्रा धातवः न संगृहिता: ते ग्रन्थान्तरेभ्य उद्धृत्य अत्र प्रदर्श्यन्ते॥