________________ 294 कातन्त्ररूपमाला यकारादावगुणे प्रत्यये परे खनिसनिजनामन्तस्य आकारो भवति वा / खनु अवदारणे / चंखन्यते। चाखायते / षणु दाने / संसन्यते / सासायते / जंजन्यते / जाजायते। स्वपिस्यमिव्येबां चेक्रीयिते // 421 // एषां धातूनां सम्प्रसारणं भवति चेक्रीयिते परे / जिष्वप् शये / सोषुप्यते / स्यम स्वन ध्वन शब्दे / सेसिम्यते / व्यञ् संवरणे / अत्यर्थं व्ययति वेवीयते। ___ अय॑ट्यश्नात्यूर्गुसूचिसूत्रिमूत्रिभ्यश्च // 422 // एभ्य: परश्चेक्रीयितसंज्ञको यो भवति / चेक्रीयिते च // 423 // अतिसंयोगाद्योश्च गुणो भवति चेक्रीयिते / अकारस्य रेफरस्य द्विरुक्तिर्भवति यकारेऽपि / अरार्यते। स्मृ ध्यै चिन्तायां / सास्मर्यते। अट् गतौ। अटाट्यते। अश् भोजने। अशाश्यते / प्रणोनूयते / सूच पैशून्ये / सोसूच्यते / सूत्र अवमोचने / सोसूत्र्यते / मूत्र प्रस्रवणे / मोमूत्र्यते। - अयीयें // 424 // शीङो अय् यो भवति यकारे परे / शाशय्यते। वावच्यते। जोहूयते। जाहीयते। देधीयते। मेमीयते। जेगीयते / पेपीयते / तेष्ठीयते / अवसेषीयते। जेहीयते / देदीव्यते / सोषूयते / नानह्यते। अभिषोषूयते / अशाश्यते / चेचीयते / चाय पूजानिशामनयोः। चायः किश्चक्रीयिते // 425 // खनु-अवदारण करना-खोदना / चंखन्यते, चाखायते / षणु-दान देना, संसन्यते, सासायते / जंजन्यते, जाजायते / चेक्रीयित प्रत्यय के आने पर स्वप, स्यम और व्यञ् धातु को संप्रसारण हो जाता है // 421 // जिष्वप–सोषुप्यते / स्यम स्वन ध्वन–शब्द करना। सेसिम्यते / स्यम को संप्रसारण में सिम हुआ है। अत्यर्थं व्ययति / व्ये = वेवीयते / क्र धातु हैऋ अट् अश, ऊर्गु नु सूचि सूत्रि मूत्रि से परे चेक्रीयित 'य' प्रत्यय होता है / / 422 // चेक्रीयित में क्र और संयोगादि को गुण होता है // 423 // यकार के आने पर भी अकार और रकार को द्वित्व होता है / अरार्यते / स्मृ ध्यै–चितवन करना। सास्मयते। अटाट्यते / 412 से अभ्यास को दीर्घ हो रहा है। अश्–भोजन करना=अशाश्यते / प्रोर्णोनूयते। सूत्र-पैशुन्य करना। सोसूच्यते। सूत्र-अवमोचने। सोसूत्र्यते / मूत्र–प्रस्रवण करना। मोमूत्र्यते। यकार के आने पर शीङ् के अय् को य हो जाता है // 424 // शाशय्यते / वावच्यते / जोहूयते / जाहीयते / देधीयते मेमीयते / जेगीयते / पेपीयते / तेष्ठीयते / अवसेषीयते। जेहीयते। देदीव्यते। सोषयते। नानह्यते। अभिषोषयते। अशाश्यते। चेचीयते। चाय-पूजा करना और निशामन करना। चेक्रीयित के आने पर चाय को कवर्ग हो जाता है // 425 //