________________ 175. हरिवंशपुराण - सर्ग 53/46 - पृ० 607 176. हरिवंशपुराण - सर्ग 53/48 - पृ० 607 177. हरिवंशपुराण - सर्ग 45/150 - पृ० 549 178. सूरसागर पद सं० 4217 - पृ० 1531 179. हरिवंशपुराण - सर्ग 51/16 - पृ० 594 180. हरिवंशपुराण - सर्ग 52/83 - पृ० 602 181. सूरसागर पद सं० - पृ० 182. सूरसागर पद सं० 621 - पृ० 183. सूरसागर पद सं० - पृ० 184. सूरसागर पद सं० 373 - पृ० 126 185. सूरसागर पद सं० 4210 - पृ० 1527 186. सूरसागर पद सं० 4210 - पृ० 1527 187. हरिवंशपुराण - सर्ग 52/67 - पृ० 601 188. हरिवंशपुराण - सर्ग 53/41 - पृ० 606 189. हरिवंशपुराण - सर्ग 61/87 - पृ० 760 190. हरिवंशपुराण - सर्ग 61/89 - पृ० 760 191. सूरसागर पद सं० - पृ० 192. सूरसागर पद सं० - पृ० 193. हरिवंशपुराण - सर्ग 63/44 - पृ० 774 194. हरिवंशपुराण - सर्ग 63/114 - पृ० 783 65. 207==