________________ नीतिवाक्यामृतम् . जिसके समस्त शरीर के अङ्ग छोटे हों वह 'किरात' है। (यमपट्टिको गलत्रोटिकः // 15 // .. गले में डोरा बांधकर उसमें नरक के दृश्यों का चित्र पट लटकाए हुए घर-घर घूमने वाले का नाम 'यमपट्टिक' है। आहितुण्डिकः सपक्रीडाप्रसरः // 16 // सांप का खेल दिखानेवाला मदारी 'आहितुण्डिक' है / शौण्डिकः कल्पपालः // 17 // शराब बेचने वाला शौण्डिक है। शोभिकः क्षपायां काण्डपटावरणेन नानारूपदर्शी // 18 // रात्रि के समय पर्दा डालकर अनेक प्रकार का रूप प्रदर्शित करनेवाला 'शोधिक' ( बहुरुपिया ) है। . पीटपरश्चौरो बन्दीकारो वा / / 16 // चोर अथवा बन्दी के वेष में वर्तमान गुप्तचर 'पाटच्चर' है।) व्यसनिनां प्रेषणाजीवी विटः // 20 // वेश्यादि के व्यसनी पुरुषों को वेश्याओं आदि के यहां पहुँचा कर जीविकोपार्जन करने वाले को 'विट कहते है।).. (सर्वेषां प्रहसनपात्रं विदूषकः / / 21 // सबको हंसी का पात्र विदूषक' है।) (कामशास्त्राचार्यः पीठमर्दकः // 22 // कामशास्त्र के आचार्य की 'पीठमर्दक' संज्ञा है।) (गीताङ्गपटप्रावरणेन नृत्यवृत्त्याजीवी नर्तको नाटिकाभिनयरङ्गनर्तको वा // 23 // सङ्गीत में सहायक वस्त्रों से सुसजित होकर नृत्य कला द्वारा अपनी जीविका चलाने वाला अथवा नाटक नाटिका के अभिनय में रङ्गभूमि में नृत्य करने वाला 'नर्तक' है। (रूपाजीवावृत्युपदेष्टा गायकः // 24 // वेश्याओं को उनकी जीविका का साधनभूत नृत्य गान का उपदेश देने वाला 'गायक' है।) (गीतप्रबन्धगतिविशेषवादकचतुर्विघातोद्यप्रचारकुशलो वादकः // 25 // गीत की रचना के अनुसार विशेष ताल लय के साथ सितार, मृदङ्ग बांसुरी, मजीरा आदि चार प्रकार के वाद्य में कुशल व्यक्ति 'वादक' है। (वाग्जीवी वैतालिकः सूतो वा // 26 // * कविता कथा आदि के द्वारा अपनी वाणी के बल पर जीविकानिर्वाह