________________ वनस्पतियों के स्वलेख 16 में पौधे पर क्लोरोफार्म की अधिक मात्रा का प्रभाव दिखाया गया है / इसके द्वारा न केवल उत्तेजनशीलता का पूरी तरह ह्रास हो गया बल्कि एकाएक ही एक ऐंठन-सी होने लगी जो ऊपर को ओर उठतो हुई रेखा के रूप में दिखाई पड़ती है। इसके बाद वाष्प को उड़ाने पर भी पादप फिर से जीवित नहीं हो पाया। इससे मृत्यु के विवर्णता-विशेष का पता चलता है। अल्कोहल (सुषव) अक्सर सुषव को मन्द वाष्प का तात्कालिक प्रभाव थोड़ी देर के लिए उत्तेजनशीलता में वृद्धि के रूप में होता है। किन्तु इसकी निरन्तर क्रिया से अवसाद Alaohol चित्र २०--अल्कोहल का प्रभाव। पैदा होता है। नशे में धुत वनस्पति की यह भददी एवं अस्थिर गति (चिन 20) निश्चय ही किसी संयम-सम्बन्धी भाषण में उदाहरण के लिए उपयोग की जा सकती है।