________________ वनस्पतियों के स्वलेख ___ वनस्पति के संवेदनांग विलक्षण होते हैं, जिनके निर्देशन में वनस्पति के विभिन्न अंग अपने आपको अपने चारों ओर के पर्यावरण के अनुकूल बना लेते हैं। इस प्रकार के समायोजन हमें प्राणि-व्यवहार का स्मरण कराते हैं। ____ मनुष्य में भी, जब से वह गर्भ में आता है और जब तक वह वृद्धि की पूर्णता प्राप्त करता है, चेतना अस्तित्व में कब आती है ? क्या हम नहीं जानते कि वह सदैव उपस्थित रहती है, भले ही पहले गुप्त रहे किन्तु पूरे समय अलक्षित रूप से पूर्ण विकास की ओर अग्रसर होती रहती है। दूसरे शब्दों में, विकास का क्रम अविराम चलता रहता है जिसमें हम अपूर्ण एवं अविकसित तत्त्वों से आरम्भ करके अधिकाधिक पूर्णता की ओर बढ़ते जाते हैं। इसलिए सृष्टि के निम्नतम रूप से भी यदि हमारा सम्बन्ध हो तो इसमें कोई लज्जा की बात नहीं, बल्कि मनुष्य के लिए यह गर्व की ही बात है कि प्राणि-श्रेणी के निरन्तर संघर्ष में वह प्ररसीय श्लेष्मक (Protoplasmic jelly) से अपनी वर्तमान स्थिति पर पहुँच गया है /