________________ वनस्पतियों के स्वलेख प्रावसादकों की क्रिया अफीम के सत (Morphine) को एक विशिष्ट प्रावसादक माना जा सकता है। Strychnine चित्र ६६--कुचला की क्रिया। 0.1 प्रतिशत घोल (ऊपरी अभिलेख) द्वारा हृत्स्पन्दन की वधित बारंबारता / 2 प्रतिशत घोल (निम्न अभिलेखे) द्वारा अवन मन और रोध। चित्र 62 में बायीं ओर का अभिलेख मछली का स्वाभाविक हृत्स्पन्द प्रशित करता है। दाहिनी तरफ के अभिलेख में अफीम के सत के प्रभाव के अन्तर्गत अवसाद का द्योतक स्पन्दन का विस्तार और उसकी आवृत्ति प्रदर्शित है। दूसरा अभिलेख, पौधे के हृत्स्पन्द पर अफीम के सत की प्रावसादक क्रिया का है। नीचे जाते हुए वक्र के संघटक स्पन्दन प्रत्येक स्पन्द के निम्न आघात को ऊपरी आघात से बड़ा दिखाते हैं (चित्र 63) / अल्कोहल अल्प मात्रा में भी स्पन्द का निम्नन करता है। ____विरोधी प्रतिक्रियाएं अब मैं प्राणी और वनस्पति दोनों पर प्रावसादक और उद्दीपक के क्रमिक (क्रमशः) प्रयोग से प्राप्त आश्चर्यजनक अभिलेखों को उद्धृत करूँगा। मन्द प्रावसादक