________________ पउमचरियं / 23 29. अत्थेत्थ लवणतोए, दीवो मणि-रयणकिरणविच्छुरिओ / कप्पतरुसन्निहेहिं, संछन्नो पायवगणेहिं // 29 // 30. भीमा-ऽइभीमहेळं, दक्खिण्णं सुरवरेहि काऊण / पुव्वं चिय अणुणाया, खेयरवसहा इहं दीवे // 30 // 31. दीवो संझावेलो, मणपल्हाओ सुवेलकणयहरी / नामं सुओवणो वि ये, जलअज्झाओ य हंसो य // 31 // 32. नामेण अद्धसग्गो, उक्कडवियडो त्थ रोहणो अमलो / .. कन्तो फुरन्तरयणो, तोयवलीसो अलङ्गो य // 32 // 33. दीवो नभो य भाणू, खेमो य हवन्ति एवमाईया / निच्चं मणाभिरामा, आसन्ने देवरमणिज्जा // 33 // 34. अवरुत्तराएँ एत्तो, दिसाएँ तिण्णेव जोयणसयाई / लवणजलमज्झयारे, वाणरदीवो त्ति नामेणं // 34 // तत्थऽच्छसु वीसत्थो, काऊण पुरं महागुणसमिद्धं / बन्धवजणेण सहिओ, सुरवरलीलं विडम्बन्तो / / 35 / / 36. चेत्तस्स पढमदिवसे, सिरिकण्ठो निग्गओ सपरिवारो / रह-गय-तुरयसमग्गो, दीवाभिमुहो समुप्पइओ // 36 // 37. पेच्छइ महासमुई, संघट्टट्ठन्तवीइ-कल्लोलं / गाहसहस्सावासं, आगासं चेव वित्थिण्णं // 37 // 38. संपत्तो च्चिय दर्दू, दीवं वररयणसंपयसमिद्धं / ओइण्णो सिरिकण्ठो, तत्थ निविट्ठो मणिसिलासु // 38 // 39. वज्जिन्दनील-मरगय-पूसमणी-पउमरायकन्तीए / लक्खिज्जइ बहुवण्णो, दीवो किरणाणुवालीए // 39 //