________________ 13 आचाराङ्गसूत्र 19. एताणि तिण्णि पडिसेवे अट्ठ मासे अ जावए भगवं / अपिइत्थ एगदा भगवं अद्धमासं अदुवा मासं पि // 19 // 20. अवि साहिए दुवे मासे छप्पि मासे अदवा अपिवित्था / राओवरातं अपडिण्णे अण्णगिलायमेगता भुंजे // 20 // 21. छटेण एगया भुंजे अदुवा अट्ठमेण दसमेण / ___दुवालसमेण एगदा भुंजे पेहमाणे समाहिं अपडिण्णे // 21 // 22. णच्चाण से महावीरे णो वि य पावगं सयमकासी। .. अण्णेहिं वि ण कारित्था कीरंतं पि णाणुजाणित्था // 22 // 23. गामं पविस्स णगरं वा घासमेसे कडं परट्ठाए / सुविसुद्धमेसिया भगवं आयतजोगताए सेवित्था / / 23 / / 24. अदु वायसा दिगिंछत्ता जे अण्णे रसेसिणो सत्ता / घासेसणाए चिटुंते सययं णिवतिते य पेहाए // 24 //