________________ आचार्य माणात ATES जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण विरचित JURama 5G SIGNR ID भाष्य [पूज्य आचार्य मलधारी हेमचन्द्र कृत 'शिष्यहिता' बृहवृत्ति सहित] (हिन्दी अनुवाद सहित) प्रथम खण्ड main अनुवाद प्रमुख एवं निर्देशक : आगम रत्नाकर विद्यावाचस्पति आचार्य प्रवर श्री सुभद्रमुनि जी महाराज अनुवाद एवं सम्पादकः प्रो. डॉ. दामोदर शास्त्री