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________________ अनुक्रमणिका विषय 1 आनंदनी वात 2 पत्थावना (पाकृत) 3 मणिगणथुई 4 प्रस्तावना (गुजराती) (श्रीरांदेर रोड जैन संघ).. पूज्य आचार्य श्री सोमचंद्रसूरि म. सा............... mro पूज्य आचार्य श्री सोमचंद्रसूरि म. सा......... M5 ............ आणंदसावगस्स ..... कहा छप्पन्नइमी ......... वयविराहणाए नंदमणियारसेट्टिणो ....... कहा सत्तावण्णइमी... महापुरिसदसणम्मि रण्णुंदरस्स .. .......... कहा अट्ठावनइमी.. "कम्मपरिणामो ननहा होइ" इह / भाविणीकम्मरेहाणं ....... कहा एगूणसट्ठिअमी. सोहणकज्जम्मि भायरतिगस्स ....... ...... कहा सट्ठिअमी ..... “अत्थो अणत्थकारगो" इह धणदत्तस्स ........ कहा एगसटिइमी. दोहग्गदोसम्मि माहणकुटुंबस्स कहा बासट्ठिइमी.. सामाइयम्मि वुड्डाए . कहा तिसट्ठिमी..... तवपहावोवरिं रायकण्णाविसल्लाए कहा चउसटिइमी परवंचणम्मि वणियस्स . कहा पणसटिइमी 11 “महापुरिसविसयाईवणेहो भवतारगो होइ" इह देवाणंदामाहणीए .................... कहा छासट्ठिइमी ................... 12 अरइचारित्तमोहुदयम्मि खुल्लगकुमारसमणस्स कहा सत्तसट्ठी. ......... 13 सम्मत्तविसुद्धीए चंदलेहाए ...... कहा अडसट्ठियमी ......... 14 बुद्धिपहावम्मि मइसेहरमंतिस्स .... कहा एगूणसत्तरियमी .. 15 "सुहकम्मविहाणओ सूलीए भोत्तव्वं कम्म सूईए अवगच्छेइ" इह रायपुत्तस्स ....... कहा सत्तरिअमी... सञ्चवेरग्गम्मि गुरुसीसाणं .......... कहा एग्गहत्तरियमी नरवइ-माहणविउसाणं कहा बीहत्तरियमी. "दाणिणो किंपि अदेयं न सिया" इह विक्कमाइञ्चभूवइणो कहा तीहत्तरियमी. विक्कमाइञ्चभूवइणो . कहा चउहत्तरियमी. 20 विक्कमाइञ्चभूवइणो ... कहा पणहत्तरियमी .............63 21 विक्कमाइञ्चभूवइणो. कहा छहत्तरियमी 22 “दइव्वम्मि पडिकूलम्मि दुक्खपरंपरा हवइ" इह पुष्फवईए ..... कहा सत्तहत्तरियमी.. "को महंतयमो?" इह हरि-हर-बम्हदेवाणं ................. कहा अडहत्तरियमी दाणादाणफलम्मि भीम-किवणसेट्ठिणो .......... कहा एगणासीइयमी ....... ................ धम्मे दिढयाविसए आलिंगविप्पस्स ....... ........................ कहा असीइयमी .............73 26 अणुकंपापयाणम्मि जगडूसाहुणो .. पाणाम्म जगडूसाहुणा .............................. कहा एगासीडमी ......... ..........52 Y MM
SR No.004269
Book TitlePaiavinnankaha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKastursuri, Somchandrasuri
PublisherRander Road Jain Sangh
Publication Year2005
Total Pages254
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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