________________ 24 चउवीसइमी सिप्पकलावुड्डीए सिप्पिपुत्तस्स कहा पिउणा सिक्खिओ पुत्तो, पारं जाइ कलद्धिणो। वण्णिओ जइ नो होज्जा, जह सिप्पिअअंगओ / / 1 / / अवंतीए पुरीए इंददत्तो नाम सिप्पिवरो अहेसि, सो सिप्पकलाहिं सव्वंमि जयंमि पसिद्धो होत्था / इमस्स सरिच्छो अन्नो को वि नत्थि / एयस्स पुत्तो सोमदत्तो नाम / सो पिउस्स सगासंमि सिप्पकलं सिक्खंतो कमेण पिअराओ वि अईव सिप्पकलाकुसलो जाओ / सोमदत्तो जाओ पडिमाओ निम्मवेइ, तासु तासु पिआ कंपि कंपि 1. कलाब्धेः / /