________________ 172 सद्दकोसो-१ (कथानुक्रमेण) शब्द शब्दार्थ कथा | पृष्ठ | पंक्ति शब्द / शब्दार्थ कथा पृष्ठ पंक्ति गंडूसजलेण भोढामा भरेव पाएन गाथा 53 142 8 | भुजंगमेण સર્પ વડે 54 145 10 अच्छिं આંખ 53 142 12 | गसिज्जमाणं ગળાતા 54 145 10 रोगायंकेहिं रोगना मतिथी-डुमाथी 53 142 13 | कुररेण ટીંટોડી 54 145 10 सरधुणहेहिं ધનુષ્ય-બાણ વડે 53 142 15 | गिलिज्जमाणं ગળાતા 54 145 10 कहा-५४ चइत्ता ચ્યવીને 54 145 12 आघोसणं ઘોષણા 54 143 12 | अउज्झानयरीए अयोध्या नगरीमा 54 145 13 आजम्मदालिद्ददुया मान्म हरिद्र-दु:जी. . 54 143 15 अण्णत्थ અન્યત્ર . 54 145 16 जराजिण्णंगी જરા-ઘડપણથી જીર્ણ कहा-५५ અંગવાળી 54 143 15 | भाडयं माई 55 146 4 दुग्गयनारी नारी 54 143 15 | विवहजायणाहिं विविध यातनामा 43 55 146 6 सिंदुवारेहिं सिंवारना (तु७ पुष्पो 43) 54 143 22 घरकोइलो ગીરોળી. 55 146 7 उच्चिणित्ता ઉંચકીને 54 143 23 | खिवेइ नाणे छ 55 147 3 -पाइक्काणीगेहिं जामो सहित. 54 14324 | मयंगतीराए मृत तारे 55 147 4 सणियं ધીમે 54 14325 | अवरावमरणेहिं मे पछी म भ२५।थी. 55 147 9 मद्देज्जा | મર્દન 54 143 26 | बडुएण બ્રાહ્મણપુત્ર 55 147 11 नयणसुहंजणं नयनसुधां४ 54 144 1 | पुवभवब्भासओ पूर्वभवन अभ्यासथा हरिसंसुपाविअनेत्ता निशनथी पवित्र नेत्रवाणी 54 144 2 સંસ્કારથી 55 147 11 सुहगा સૌભાગ્યશાળી . 54 144 3 | सिट्ठलेएण શિષ્યલોક વડે 55 147 12 सोहम्मे सौधर्म हेवलोभ 54 144 7 दुक्कडगरिहनिंदणेण हुकृत पडना निंथी . 55 147 15 निष्फंदत्तणेण निस्पंहनथा | हयपावकम्मो भान तो 55 147 15 अग्गिणा सक्कारं मग्निसंस्७२ 54 145 1 | सद्दसिलोगं सो सो 55 147 23 तिपयाहिणं ત્રણ પ્રદક્ષિણા 54 145 1 रज्जद्धं અર્થે રાજય 55 147 23 देसणासवणं शन। श्रव। ' રેંટ ચલાવનારને 55 147 28 विम्हयवियसिय- विस्मयथा विसित- 54 6 | पुण्णजोएण પુણ્યયોગથી 55 148 2 54 145 2 अरहदा