________________ 173 शब्द अ अइक्कता अइदुद्धरा अइलुद्धत्तणेण अउज्झानयरीए अउलं अंकंमि अंकेह अंगओ अंगीकुणेहि अंगीकुणंते समाणे अंचलं अंतट्ठिएण अंधाइओ अंबाइ अकम्हा अकम्हा अक्कंतो अक्खितेयं अक्खित्तअक्खित्तचित्तो अगणितो अग्गिणा सक्कारं सद्दकोसो-१ (अकारादिक्रमेण) शब्दार्थ | कथा | पृष्ठ पंक्ति शब्द शब्दार्थ कथा | पृष्ठ पंक्ति अग्गिसक्कारं मग्निसं२७२ 46 115 9 પસાર થયા 39 94 2 | अचयंतो सशस्त. 5 10 9 भतिध२-६:पेथी 2 ४२राय तवी 47 126 4 | अच्चब्भुयरूवेण मति महमुत३५थी 46 117 22 અતિલોભથી 8 31 2 | अच्छिं આંખ 53 142 12 अयोध्या नगरीमा 54 145 13 | अच्छीइं , मांगो 40 95 15 અપૂર્વ 1 4 11 | अच्छेजुत्तेण આશ્ચર્ય ચકિત 9 33 13 ખોળામાં 46 122 10 अच्छेरमग्गा આશ્ચર્ય મગ્ન 27 68 4 આંકો 27 67 18 / अजुत्तं અયોગ્ય, ગેરવ્યાજબી 19 55 2 પુત્ર 24 62 3 | अजुत्तं અયોગ્ય 22 58 19 સ્વીકાર કરી 30 73 21 | अज्जजाव આજ સુધી ____23 61 1 स्वी॥२ ४२।तेछते. 19 54 6 अज्जबालगो આર્ય બાળક 21 57 4 છેડાને 10 35 3 | अज्जे અજેય 9 33 9 અંદર રહેલા 7 29 2 | अज्झप्पचिंतणपरो मात्मचिंतनम तत्५२ 49 132 12 धनु अनु४२५॥ ४२तो 17 51 3 | अज्झावगो अध्या५४ 49 130 12 માતા વડે 21 57 5 | अट्टज्झाणेण मार्तध्यान पूर्व 5 21 12 આકસ્મિક 5 23 25 | अट्टज्झाणोवगया मार्तध्यान पामेली. 46 109 27 આકસ્મિક 13 42 11 | अट्टरोद्दज्झाणपरा मात-रौद्रध्यानमा तत्५२. 8 31 3 આકુળ - 36 85 16 अटुंगनिमित्तसत्थ मष्ट निमित्त આંખોનું તેજ 16 48 22 -विउसेण शास्त्रना पंडित 3 41 97 આકર્ષાયેલા 32 77 19 | अणच्चा જાણ્યા વિના विक्षिप्त यित्तागो 47 126 2 | अणलं माणेउं सग्नि व भाटे 40 95 23 અવગણતો 21 58 2 | अणवज्ज- सन, निर्दोष 35 84 21 भग्निसं२४२ 54 145 1 | अण्णवमझंमि मध हरिये 29 72 1