________________ 443. 444. 445. 446. 447. 448. 450. 458. ध्यानयोग एवं कर्ममीमांसा, पृ. 11 आठ दृष्टि की सज्झाय, 7/5, पृ. 197 ध्यानयोग एवं कर्ममीमांसा, पृ. 11 योगदृष्टि समुच्चय, गाथा 15 आठ दृष्टि की सज्झाय, 8/1, पृ. 203 ध्यानयोग एवं कर्ममीमांसा, पृ. 11 योगसूत्र विभूतिवाद, सूत्र 3 पातंजल योगसूत्र, 3/3 योग एवं फिलोसोफी एण्ड रिलीजन, पृ. 147-148 ध्यानयोग एवं कर्ममीमांसा, पृ. 12 योगशास्त्र, 1/7 योगशतक मूल तथा टीका, गाथा 82 वही, गाथा 84 श्वेताश्वतर, 2/12-13 पातंजल योगसूत्र, 3/51 योगशतक टीका, गाथा 24 जन्मोषधिमंत्रतपः समाधिजाः सिद्धयः, योगदर्शन, 4/1 विशुद्धि मार्ग, मार्ग-1, पृ. 34 . आवश्यक नियुक्ति, गाथा 779-780 ज्ञानार्णव, प्रकरण-26 योगशास्त्र प्रकाश, 5, 6 भगवती सूत्र, 8/12 तिलोयपण्णती, भाग-1, 4/10.67-91 आवश्यकनियुक्ति, 69-70 षट्खण्डागम, खण्ड-4, 1/9 श्रमण, वर्ष-1964, अंक 1-2, पृ. 73 प्रवचनसारोद्धार, 270, 1492-1508 कथाद्वात्रिंशिका, 14; योगशतक, 83-85 ज्ञानसार, 24 समयसार अध्यात्मोपनिषद् तथा ज्ञानसार 9 460. 461. 462. 465. 466. 467. 468. 469. 470. 471. 472. 473. 413 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org